अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में लगभग 25 से 30 वर्ष से कार्यरत तदर्थ शिक्षकों की सेवाएं समाप्त होने से दैनिक जीवन में बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, 9 नवंबर 2023 को शासन द्वारा एक शासनादेश जारी किया गया जिसमें 1993 से अद्यतन कार्यरत राजकोष से वेतन प्राप्त कर रहे सभी तदर्थ शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी गई सेवा बहाली के लिए तदर्थ शिक्षकों ने संघर्ष समिति के संरक्षक रमेशप्रतापसिंह और कार्यकारी अध्यक्ष रवीन्द्रसिंह की अगुवाई में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, शिक्षा मंत्री गुलाब देवी , भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ प्रदेश संयोजक श्री चंद्र शर्मा आदि तमाम माननीयों के दरवाजे पर माथा टेकने के बाद भी कोई राहत नहीं मिली तो अभी कुछ दिन पूर्व ही प्रभु श्री राम लला के दरबार में सेवा बहाली के लिए अर्जी लगाई और उसी के क्रम में आज तदर्थ शिक्षको ने रॉयल होटल से कतारबद्ध होकर शांतिपूर्वक जय श्री राम, योगी मोदी जिंदाबाद, जो राम को लाए हैं वह हमें बचाएंगे आदि का नारा लगाते हुए शिक्षा निदेशालय पहुंचकर शिक्षा निदेशक डाॅ.महेंद्रदेव को सेवा बहाली का ज्ञापन सौंपा शिक्षा निदेशक ने पूरा आश्वासन दिया कि आपकी बात को शासन तक अवश्य पंहुचायेंगे बाकी निर्णय लेना सरकार और शासन के हाथ में है ।संघर्ष समिति के संरक्षक रमेश प्रताप सिंह का कहना है, कि सदन में माननीय मुख्यमंत्री जी ने हम सभी तदर्थ शिक्षको को आश्वासन दिया था किसी भी तदर्थ शिक्षक का अहित नहीं होगा और हम सभी तदर्थ शिक्षकों को पूरा विश्वास है माननीय मुख्यमंत्री जी हम सभी तदर्थ शिक्षकों की सेवाएं बहाल करेंगे। रवीन्द्र सिंह का कहना है कि उत्तर प्रदेश में माननीय मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव में 80 में से 80 सीट जीत रही है प्रदेश के सभी तदर्थ शिक्षक भारतीय जनता पार्टी के साथ हैंऔर रहेंगे। रघुकुल रीति सदा चली आई, प्राण जाए पर वचन न जाई। माननीय मुख्यमंत्री जी ने हम लोगों को सदन में वचन दिया है,कि एक भी तदर्थ शिक्षक बाहर नहीं जाएगा और हम सभी लोगों को पूरा भरोसा है कि वे अपना वचन निभाएंगे और हमारी सेवाएं और सम्मान हमें वापस मिलेगा।
Home सेवा संकल्प द्वारा विश्व मृदा दिवस के अवसर पर आयोजित हुई कला प्रतियोगिता तदर्थ शिक्षकों ने दिया शिक्षा निदेशक को सेवा बहाली का ज्ञापन