आलमबाग बस टर्मिनल के तर्ज पर लखनऊ में तीन और बस अड्डे बनेंगे। ये बस अड्डे गोमतीनगर, चारबाग और अमौसी एयरपोर्ट के सामने होंगे। इन्हें पीपीपी मॉडल पर विकसित किया जाएगा। जहां यात्रियों को बसों में सफर करने के साथ शॉपिंग करने, सिनेमा देखने की सुविधा होगी। ऐसे बस अड्डे लखनऊ समेत यूपी के 23 जगहों पर बनकर तैयार होंगे। इसके लिए देश भर की कंपनियों से 30 जून तक टेंडर मांगे गए हैं।
लॉकडाउन के बाद बीते सप्ताह परिवहन निगम के एमडी ने इस प्रोजेक्ट को लेकर बैठक की। जहां पीपीपी मॉडल पर टेंडर प्रक्रिया शुरू करते हुए इस वर्ष से निर्माण कार्य भी शुरू कराने के दिशा निर्देश दिए। इसके तहत गोमतीनगर के विभूति खंड में बसों की कार्यशाला और सिटी बस डिपो हटेगा। चारबाग बस अड्डे की बसें आलमबाग, कैसरबाग व कमता बस अड्डे शिफ्ट होगी। वहीं अमौसी बस डिपो को कैसरबाग डिपो भेजा जाएगा। एमडी डॉ राजशेखर ने कहा अधूरे प्रोजेक्ट को शुरू करने के निर्देश दिए गए है।
एयरपोर्ट से आएं और बस पकड़ें
चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर उतरने वाले यात्री सीधे रोडवेज बसों को पकड़कर अपने गृह जनपद जा सकेंगे। ऐसे यात्रियों को बस पकड़ने आलमबाग बस टर्मिनल नहीं आना पड़ेगा। गोमतीनगर के विभूति खंड बस अड्डे से पूर्वांचल की बसें और सिटी बसें चलेंगी। चारबाग बस अड्डे को रेलवे स्टेशन और मेट्रो स्टेशन से जोड़ा जाएगा। ताकि ट्रेन और मेट्रो के यात्रियों को भी बसों की सुविधा मिल सके।
पीपीपी मॉडल पर बस अड्डों की योजनाएं
जगह स्क्वॉयर मीटर अनुमानित खर्च (करोड़ में)
गोमतीनगर 58,800 374
चारबाग 6,784 47
अमौसी 29,000 189