नई दिल्ली, 10 फरवरी । कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बुधवार को टेलीफोन पर बातचीत कर कोरोना वायरस महामारी का मुकाबला करने के लिए भारत से वैक्सीन भेजने का अनुरोध किया। इसपर मोदी ने सकारात्मक उत्तर दिया।
प्रधानमंत्री कार्यालय की विज्ञप्ति के अनुसार ट्रूडो ने मोदी को बताया कि उन्हें भारत से कितनी मात्रा में कोरोना वैक्सीन की जरूरत है। मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया कि भारत कनाडा के टीकाकरण अभियान में सहयोग देने का हर संभव प्रयास करेगा जैसा वह कई अन्य देशों के साथ पहले से कर रहा है।
कनाडा के प्रधानमंत्री ने भारत की फार्मेसी क्षमता की सराहना करते हुए कहा कि दुनिया यदि कोरोना वायरस महामारी पर विजय हासिल करने की जद्दोजहद में है तो इसमें भारत की औषधि निर्माण क्षमता का बड़ा योगदान है। उन्होंने भारत की इस क्षमता का दुनिया को लाभ पहुंचाने के संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सराहना की। मोदी ने उनके प्रति इन उदगारों के लिए ट्रूडो का धन्यवाद दिया।
दोनों नेताओं ने दुनिया के राजनीतिक और रणनीतिक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया तथा इस संबंध में दोनों देशों के साझा विचारों पर चर्चा की। उन्होंने जलवायु परिवर्तन और महामारी के कारण अर्थव्यवस्था पर पड़े असर जैसी चुनौतियों के संबंध में परस्पर सहयोग करने पर सहमति जताई।
दोनों नेताओं ने इस वर्ष के उतरार्ध में होने वाले अंतरराष्ट्रीय आयोजनों के अवसर पर मुलाकात करने तथा समान हितों के मुद्दों पर ताल-मेल जारी रखने का भी निश्चय किया।
कनाडा के प्रधानमंत्री की ओर से पीएम मोदी को टेलीफोन किया जाना इस लिहाज से महत्वपूर्ण है कि पिछले दिनों किसान आंदोलन के संबंध में ट्रूडो की टिप्पणियों पर भारत ने नाराज़गी व्यक्त की थी। किसान आंदोलन के बारे में कनाडा के समर्थन पर विदेश मंत्रालय ने कनाडा को सलाह दी थी कि वह भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करे। कनाडा में सक्रिय खालिस्तान समर्थक संगठनों की गतिविधियों के मद्देनजर भारत ने कनाडा से आग्रह किया था कि वह उसके राजनयिक मिशनों और राजनयिकों को पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध कराए।