कटिहार से चार बार विधायक रहे तारकिशोर प्रसाद को रविवार को भाजपा विधानमंडल दल का नेता घोषित किया गया। पार्टी के इस कदम से यह संकेत भी मिलता है कि राज्य में उपमुख्यमंत्री पद के लिए चल रहे ऊहापोह के बीच तारकिशोर प्रसाद को यह जिम्मेदारी भी दी जा सकती है इसके अलावा बेतिया से विधायक रेणु देवी को भाजपा विधानमंडल दल का उपनेता घोषित किया गया है। माना जा रहा है कि रेणु देवी को भी नीतीश कुमार नीत एनडीए सरकार में उपमुख्यमंत्री का दर्जा दिया जा सकता है। राज्य में एनडीए सरकार का शपथ ग्रहण कार्यक्रम सोमवार को है।
रविवार को हुई भाजपा विधानमंडल दल की बैठक में प्रसाद को नेता और रेणु देवी को उपनेता चुना गया। भाजपा बिहार के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा गया, भाजपा विधानमंडल दल का नेता चुने जाने पर तारकिशोर प्रसाद और उपनेता चुने जाने पर रेणु देवी को बहुत-बहुत बधाई। इस बैठक में रक्षा मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता राजनाथ सिंह, भाजपा के राज्य प्रभारी भूपेंद्र यादव, चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय और राज्य पार्टी प्रमुख संजय जायसवाल समेत कई अन्य नेता मौजूद रहे। यहां सुशील मोदी ने प्रसाद का नाम प्रस्तावित किया था। 52 वर्षीय तारकिशोर प्रसाद का राजनीति में प्रवेश अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के माध्यम से हुई थी। वह साल 2005 से कटिहार विधानसभा सीट से जीत दर्ज करते आ रहे हैं। 12वीं कक्षा तक पढ़े तारकिशोर प्रसाद की बिहार की राजनीति में अच्छी पकड़ मानी जाती है। अतिपिछड़ा वर्ग से आने वाली रेणु देवी बेतिया से चार बार विधायक चुनी गई हैं। साथ ही मुख्यमंत्री के तौर पर नीतीश कुमार के दूसरे कार्यकाल में वह मंत्री पद भी संभाल चुकी हैं। उपमुख्यमंत्री पद दिए जाने की संभावनाओं पर रेणु देवी ने कहा कि वह पार्टी के आदेशों का पालन करेंगी। प्रसाद ने कहा कि एक प्रतिबद्ध भाजपा कार्यकर्ता के तौर पर मुझे जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, मैं उसका पूरी गंभीरता से पालन करने का प्रयास करूंगा। उन्होंने कहा, मुझे अपने चयन के बारे में विधानमंडल पार्टी बैठक में ही पता चला है। मुझे जो भी काम दिया जाएगा, मैं करूंगा।