मंदिर के मुख्य द्वार पर रैदासियों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी का स्वागत किया। उसके उपरांत संत रविदास मंदिर के मुख्य रैदासी स्वामी निरंजन दास जी ने श्री यादव को आशीर्वाद दिया। श्री यादव ने लंगर में प्रसाद भी ग्रहण किया।
श्री यादव ने कहा कि संत रविदास समता, बंधुत्व, सौहार्द और भेदभाव के विरोध की विचारधारा को बढ़ाने के लिए समाजवादी पार्टी कृतसंकल्प हैं।
श्री अखिलेश यादव का मानना है कि संत रविदास जी समाज सुधारक, महान क्रांतिकारी और स्वतंत्र चिंतक थे। उन्होंने पाखण्ड और कुरीतियों का डटकर विरोध किया। समाज में एकता, भाईचारा और समानता के लिए उनका पूरा जीवन समर्पित रहा। उनके अनुसार मानव सेवा ही वास्तविक धर्म है।
श्री यादव का यह भी कहना है कि संत रविदास को मानने वाले शिष्य देश के सभी हिस्सों में मौजूद हैं। गुरू ग्रंथ साहब में उनके पद संग्रहित है। श्रम की प्रतिष्ठा को वे सर्वोपरि मानते थे। संत रविदास जी ने भाईचारा, सद्भावना, समानता और करूणा का संदेश दिया। ‘मन चंगा तो कठौती में गंगा‘ का सूत्र देने वाले संत रविदास का जीवन दर्शन पूरे समाज के लिए प्रेरणादायक है।
समाजवादी पार्टी प्रदेश कार्यालय लखनऊ में भी संत रविदास की जयंती सादगी से मनायी गयी। उनके चित्र पर सर्वश्री नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी, पूर्व मंत्री के.के. गौतम, डाॅ0 शशांक यादव ने पुष्पांजलि अर्पित किया।
इसके अतिरिक्त उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में समाजवादी पार्टी कार्यालय में संत रविदास की जयंती मनायी गयी।
इस अवसर पर सर्वश्री डाॅ0 आशुतोष वर्मा, विजय सिंह, रामशंकर यादव, मधुकर त्रिवेदी, मणीन्द्र मिश्र, प्रदीप शर्मा, एस.के. राय, डाॅ0 राजवर्धन सिंह जाटव, मनीष सिंह, पासी जयवीर सिंह, डाॅ0 लक्ष्मण गौतम, डाॅ0 विमल गौतम, अवनीश कुमार, मनोज कुमार, आनन्द जाटव, रोहित जाटव, धर्मेन्द्र गौतम, डाॅ0 अजीत यादव, मुकेश यादव, शबाना खान, लोकेश चौधरी, विनोद यादव, उमेश, अंकित, महेन्द्र यादव, हिमांशु संघर्षी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।