मानसूनी बारिश अभी ठीक से शुरू नहीं हुई है और इधर सब्जियों के भाव चढ़ने लगे हैं। ज्यादातर हरी सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं, जबकि हरी धनिया तो दोगुने महंगे रेट पर बिकने लगी है। इससे कोरोना काल में हरी सब्जियों का सेवन कर इम्यूनिटी बढ़ाने की कोशिश में लगे लखनऊवासियों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं।भूतनाथ मंडी में सब्जी बिक्रेता अलाउद्दीन राइन ने बताया कि 15 दिनों पहले 100 रुपये किलो बिकने वाली हरी धनिया इस समय 200 रुपये किलो बिक रही है। वहीं टेढ़ी पुलिया से सब्जियों की होम डिलीवरी करने वाले विजय अग्रवाल ने बताया कि 60 से 80 रुपये किलो बिकने वाला शिमला मिर्च 100 रुपये किलो तो टमाटर 60 रुपये किलो बिक रहा है।जानकीपुरम सब्जी मंडी से सब्जी लेकर लौट रहीं विनीता ने बताया कि भिंडी व तोरई के दाम में 10 रुपये किलो की वृद्धि हुई है। ये दोनों सब्जियां 20 से 30 रुपये किलो मिल रही हैं। लौकी भी 10 से 20 रुपये किलो हो गई है। प्याज व लहसुन के थोक के दामों में दो-चार रुपये का अंतर आया है, हालांकि फुटकर बाजार में अभी इनके दाम स्थिर बने हैं।
दुबग्गा सब्जीमंडी में थोक कीमतों में उछाल
दुबग्गा नवीन सब्जी व फल मंडी के अध्यक्ष मयंक उर्फ लाला यादव ने बताया कि भिंडी थोक में तीन से चार रुपये किलो बिक रही थी, जो रविवार को 12 रुपये किलो बिकी। तोरई भी तीन से चार रुपये किलो थी, जो 14-15 रुपये किलो हो गई। बैंगन 7-8 रुपये से 18 रुपये किलो बिका।कद्दू व लौकी के दाम दो-तीन रुपये किलो थे, जो 10 रुपये किलो तक हो गए। जो धनिया 39-40 रुपये किलो थी, उसमें जबर्दस्त तेजी आई और कीमत 80-100 रुपये किलो हो गई। दुबग्गा मंडी में प्याज व लहसुन कारोबारी मो. आजाद ने बताया कि प्याज 9-10 रुपये किलो था, जो 12-15 हो गया, जबकि लहसुन 60 से 70 रुपये किलो था, जो 80-100 हो गया।