लखनऊ, मानव जीवन की सर्वोच्च बड़ी उपलब्धि यही है कि व्यक्ति अपनी आत्मा को विकसित करें और मानव मात्र में एकता की अनुभूति करें ।ऐसा कर सकने वाले लोग ही सच्चे तरीके से सबके लिए सद्भावना की अनुभूति कर सकते हैं।यह बात शनिवार को गोमतीनगर के सीएमएस सभागार में आयोजित राष्ट्रीय सद्भावना समारोह में राज्य मंत्री दानिश आजाद ने बतौर मुख्य अतिथि कही। प्रयागराज से आए मुख्य वक्ता मौलाना हयात उल्लाह ने कहा कि धार्मिक सहिष्णुता और सामाजिक समरसता के प्रतीक पंडित बद्री प्रसाद पांडे के जन्मदिन को राष्ट्रीय सद्भावना समारोह के रूप में मनाया जाता है। बद्री प्रसाद ने मानवता और सर्वधर्म समभाव के संदेश को पहले अपने जीवन में उतारा उसके बाद उन्होंने संपूर्ण मानव जाति को इसका उपदेश दिया। यहां नृत्यांगन संगीत संस्थान की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए ।इस मौके पर पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ सरजीत सिंह डंग, विशेष सचिव परिवहन डॉ अखिलेश मिश्र, पूर्व डीआईजी कारागार कैप्टन एस के पांडे ,भारती गांधी, संयोजक डॉ शक्ति कुमार पांडे, अलंकृता पांडे, राघवेंद्र शुक्ला आदि मौजूद रहे। मुख्य अतिथि के द्वारा राष्ट्रीय सद्भावना समिति की ओर से इस अवसर पर चिकित्सा प्रकोष्ठ भाजपा लखनऊ के अध्यक्ष एमडी पैथोलॉजिस्ट व जनरल फिजिशियन डॉ.शाश्वत विद्याधर को चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए सद्भावना सम्मान 2022 से सम्मानित किया गया। अन्य विशिष्ट श्रेणी के लोगों को भी सम्मानित किया गया।