किसान पथ पर बुधवार रात करीब 9.30 बजे तेज रफ्तार दो एसयूवी में आमने-सामने टक्कर हो गई। हादसे में दोनों वाहनों के परखच्चे उड़ गए। हांडा सिटी कार सवार बाराबंकी निवासी आशुतोष व एक अन्य की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि टाटा सूमो में महाराजगंज के सोनौली निवासी मो. यूनुस, हुमा, कोकर्ण, रमेश बहादुर और उमा गंभीर रूप से जख्मी हो गए। पुलिस ने किसी तरह सबको वाहनों से निकालकर अस्पताल भेजा। दूसरे मृतक की शिनाख्त नहीं हो पाई है। इंस्पेक्टर ने बताया कि टाटा सूमो सवार सभी लोग हरियाणा जा रहे थे। वहीं हादसे को लेकर चिनहट और बाराबंकी पुलिस करीब डेढ़ घंटे तक सीमा विवाद में उलझी रही। दोनों तरफ के ग्राम प्रधानों को बुलवाकर सड़क तक नपवा डाली। देर रात घटनास्थल चिनहट थाना क्षेत्र का पाए जाने पर वहां की पुलिस ने शवों के पंचनामा की कार्रवाई शुरू की। घायलों की हालत नाजुक बताई जा रही है।
इंस्पेक्टर क्षितिज त्रिपाठी ने बताया कि हादसा रात करीब साढ़े नौ बजे कला गांव के पास हुआ। सूमो सवार अयोध्या रोड से किसान पथ होते हुए दिल्ली-हरियाणा रूट पर जा रहे थे, तभी सामने से सीतापुर रोड की तरफ से आ रही तेज रफ्तार हांडा सिटी कार टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों वाहन एक-दूसरे पर चढ़ गए। वाहनों का अगला हिस्सा चकनाचूर हो गया। सूचना पाकर चिनहट और बाराबंकी पुलिस मौके पर पहुंच गई और सीमा विवाद शुरू हो गया। चिनहट पुलिस का कहना था कि जहां हादसा हुआ वह जगह बाराबंकी में है जबकि बाराबंकी पुलिस उसे चिनहट थाना क्षेत्र का बता रही थी। पुलिस ने दोनों वाहनों में फंसे लोगों को किसी तरह बाहर निकालकर अस्पताल भेजा जहां चिकित्सकों ने हांडा सिटी कार में सवार आशुतोष व दूसरे व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया। इंस्पेक्टर ने बताया कि टाटा सूमो सही दिशा में चल रही थी जबकि हांडा सिटी कार गलत दिशा में होने से हादसा हुआ है।
अंधेरे के चलते राहत कार्य में आई दिक्कतें
किसान पथ पर रोशनी के इंतजाम न होने के चलते अंधेरा छाया रहता है। शाम ढलते ही यहां सफर करना जोखिम भरा होता है। अक्सर यहां हादसे होते हैं लेकिन प्रशासन ने रोकथाम के कोई व्यवस्था नहीं की। बिना रोशनी का इंतजाम किए किसान पथ को शुरू कर दिया गया। यहां किसी भी जगह पर रेडियम की पट्टी तक नहीं लगी है।