पंकज कुमार -वरिष्ठ संवाददाता देश प्रतिदिन समाचार पत्र बहराइच
बहराइच शिक्षा प्रेरकों ने जिला केंद्र पर बैठक कर प्रांतीय धरना प्रदर्शन की तैयारी कि समीक्षा की।
बैठक को संबोधित करते हुए संरक्षक एवं पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अनिल त्रिपाठी ने कहा कि प्रदेश के लगभग 100000 शिक्षा प्रेरक 31 मार्च के बाद से व्यथित और अस्थिर हैं जबकि शिक्षा प्रेरकों ने शिक्षा जगत का सबसे महत्वपूर्ण कार्य किया है क्योंकि शिक्षा प्रेरकों को उन लोगों को अध्यापन की जिम्मेदारी थी जो मूल रुप से अध्ययन करना ही नहीं चाहते थे जिनकी मूल उम्र 15 वर्ष से ऊपर थी जिन्हें अक्षर ज्ञान भी नहीं था।
जिलाध्यक्ष पंकज गिरि ने कहा कि पिछले 2 वर्षों से शिक्षा प्रेरक बिना मानदेय अपने कर्तव्य का बखूबी पालन कर रहे हैं, जबकि बार-बार आश्वासन के बाद भी प्रांतीय सरकार ने अभी तक उनके बकाया मानदेय का भुगतान नहीं किया है। बलहा ब्लाक अध्यक्ष अमान खां ने कहा कि 14 मई को लखनऊ में हो रहे धरने की पूरी ताकत शिक्षा प्रेरक संवर्ग लगाएगा क्योंकि प्रांतीय विधानसभा चुनाव के पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने हजारों शिक्षा प्रेरकों के बीच कहा था कि प्रांत में हमारी सरकार आने पर शिक्षा प्रेरकों के साथ-साथ संविदा संवर्ग के लोगों के दिन सुधरेंगे, लेकिन उत्तर प्रदेश में प्रचंड बहुमत की सरकार के बाद शासन की नीति और नियत दोनों संदेहास्पद है और आज प्रदेश के 100000 शिक्षा प्रेरक बेकार हुए हैं जो लगभग एक दशक से साक्षर भारत मिशन में अपना योगदान दे रहे थे। ब्लॉक अध्यक्ष रिसिया संजय मिश्र ने कहा कि राष्ट्रवादी संस्कारयुक्त पार्टी का दंभ भरने वाली पार्टी भाजपा ने हमारी अस्मिता एवं अस्तित्व के साथ
खिलवाड़ किया है। हम सभी शिक्षा प्रेरकों की आशाओं पर उत्तर प्रदेश व केंद्र सरकार के मिले जुले प्रोजेक्ट साक्षर भारत मिशन के स्थगित होने से पानी फिर गया है। महिला प्रभारी आरती प्रजापति ने कहा कि चूकी महिलाएं इस संवर्ग में 70% हैं। इसलिए इस धरने में महिला शिक्षा प्रेरकों की सहभागिता बहुत आवश्यक है इसलिए अपने अस्तित्व की आखिरी लड़ाई के लिए सभी महिला शिक्षा प्रेरक 14 मई को लखनऊ के ईको गार्डन में पहुंचे। अंत में 14 मई को लखनऊ में होने वाले धरना प्रदर्शन की सफलता की कामना के साथ बैठक समाप्त की गई बैठक में। राजेंद्र वर्मा, रमेश तिवारी, चंद्रदेव,विजय मिश्र, मनीष कुमार सिंह,महेंद्र वर्मा,राजेश कुमार,अमरपाल,पवन कुमार भारती, इबरार,रूपनारायण,सूर्य नारायण शर्मा,दयानंद तिवारी,अनीश खां, इलियास खां, शकील खां ,अनीता देवी,मीरा देवी,अर्चना गुप्ता, पिंकी पांडे,गुंजन देवी आदि मौजूद रही ।