सूत्रों के अनुसार, ‘एक विस्तृत बैठक हुई, इस दौरान एम्स के डॉक्टरों के पैनल ने अपने निर्णायक निष्कर्ष सीबीआई को सौंपे।’ सूत्रों का कहना है कि पिछले 40 दिनों में सीबीआई के निष्कर्षों के साथ एम्स पैनल के निष्कर्षों की पुष्टि की जा रही है। एम्स पैनल के निष्कर्षों को इस मामले में विशेषज्ञ की राय के रूप में लिया जाएगा और डॉक्टर अभियोजन पक्ष के गवाह होंगे। सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को अपने मुंबई स्थित फ्लैट में मृत पाए गए थे। पुलिस का कहना था कि यह आत्महत्या है लेकिन इस तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं कि ये हत्या हो सकती है। सीबीआई जो सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी बाद मामले की जांच कर रही है, उसका कहना है कि वह सभी एंगल को देख रही है।
सोमवार को एजेंसी द्वारा जारी किए गए बयान में उसने कहा कि वह एक पेशेवर जांच कर रहा है जहां सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है और किसी भी पहलू को खारिज नहीं किया गया है। पिछले हफ्ते सुशांत के परिवार के वकील विकास सिंह ने ट्वीट कर कहा था, ‘सीबीआई से निराश हूं जो सुशांत मामले को आत्महत्या के लिए उकसाने से हत्या में बदलने में देर कर रही है। एम्स टीम का हिस्सा रहे डॉक्टर ने मुझे काफी समय पहले बताया था कि मेरे द्वारा भेजी गई तस्वीरों से 200 प्रतिशत संकेत मिले हैं कि यह गला घोंटने से हुई मौत है, आत्महत्या नहीं।’
उन्होंने दावा किया था कि एम्स पैनल में शामिल एक डॉक्टर ने उनके साथ निष्कर्ष साझा किए थे। उनके दावों पर डॉक्टर सुधीर गुप्ता ने कहा था कि पैनल की राय साक्ष्य के आधार पर और निर्णायक होगी। उन्होंने कहा था, ‘सिर्फ तस्वीरें देखकर कोई निर्णायक राय नहीं बनाई जा सकती है।’