लखनऊ। राज्य स्तरीय पुलिस इमरजेंसी प्रबंधन प्रणाली और पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (बीपीआर एंड डी) के तत्वाधान में बृहस्पतिवार को यूपी 100 भवन में ‘दृष्टिकोण’ कॉन्फ्रेंस का आयोजन हो रहा है। यूपी 100 के एसपी मोहित गुप्ता ने बताया कि इसमें वीडियो एनॉलिसिस के लिए कई कंपनियां प्रजेंटेशन देंगी। इसके अतिरिक्त संबंधित उपकरणों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। साथ ही, तीन सत्रों में ‘सीसीटीवी कैमरा निगरानी प्रौद्योगिकी एवं संधारणीय सामुदायिक क्रियान्वयन’ विषय पर चर्चा भी होगी। इस कार्यक्रम में देश के अलग-अलग हिस्सों से 50 से अधिक अधिकारी शामिल होंगे।
आपके इर्द-गिर्द होने वाली अनचाही हलचल पर बिल्डिंग में लगा कैमरा न सिर्फ आपको सतर्क करेगा बल्कि इसकी सूचना पुलिस को देगा। इसके बाद चंद मिनटों में पुलिस मौके पर होगी। अगर सब कुछ ठीकठाक रहा तो यह सेवा जल्द ही यूपीवासियों के लिए उपलब्ध होगी।
यूपी 100 के एडीजी आदित्य मिश्रा ने बताया कि आने वाले दिनों में क्लाउड सर्वर पर उपलब्ध फीड का वीडियो एनॉलिसिस के माध्यम से अलर्ट सेट किया जा सकता है। इससे संबंधित कैमरे के दायरे में होने वाली अनचाही हलचल की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को पहुंच जाएगी। फिर कंट्रोल रूम से यही सूचना नजदीकी पुलिस रिस्पांस व्हीकल (पीआरवी) को मिलेगी और वह तत्काल मौके पर पहुंच जाएगी।
इस बाबत बृहस्पतिवार को यूपी 100 में सीसीटीवी सर्विलांस को लेकर कॉन्फ्रेंस ‘दृष्टिकोण’ का आयोजन हो रहा है। अगर इसमें बात बनी तो लखनऊ में इसे बतौर पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जा सकता है।
विदेशों में यह तकनीक बेहद कारगर साबित हो रही है। भारत में पहली बार इसका प्रयोग यूपी में करने पर विचार किया जा रहा है। इसके लिए क्लाउड सर्वर पर उपलब्ध फीड से डाटा एनालिसिस के बाद यह सुविधा मुहैया कराई जाएगी। यूपी 100 के एडीजी आदित्य मिश्रा बताते हैं कि बाजार में अब जो भी सीसीटीवी कैमरे आ रहे हैं, वह आईपी बेस्ड हैं।
इन कैमरों में जीपीएस चिप का भी विकल्प है, जो इसकी लोकेशन बताएगा। इन कैमरों में जिस तरह का अलर्ट सेट होगा, उस तरह की हरकत होने पर कैमरा सीधे आपके मोबाइल पर मैसेज भेजने के साथ ही पुलिस कंट्रोल रूम को भी एक अलर्ट भेजेगा।
आदित्य मिश्रा ने बताया कि सार्वजनिक व भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में भी अनचाही हरकत, झगड़ा व अपराधियों के आने पर भी कैमरा पुलिस को सतर्क कर देगा। यह तकनीक पुलिस महकमे के साथ ही नगर निकायों के लिए बेहद उपयोगी है। कूड़े के ढेर लगने की सूचना नगर निकाय के कंट्रोल रूम को स्वत: पहुंच जाएगी। इसके लिए संबंधित फीड के एक्सेस की परमिशन देनी होगी। उन्होंने बताया कि यह सुविधा बहुत ही कम खर्च में उपलब्ध होगी। हालांकि इसके लिए सेल्युलर कंपनी की सेवा भी लेनी होगी।