दिनांक 28 अगस्त 2022 को अन्तराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान विषिन खंड गोमतीनगर लखनऊ में होने वाले माननीय श्री राकेश राठौर गुरु, राज्य मंत्री नगर विकास, श्रम व गरीबी उन्मूलन उत्तर प्रदेश, सरकार, अन्य मा0 विधायक व वरिष्ठ अधिकारियों के सम्मान समारोह तथा शासन व सत्ता में समाज की आनुपातिक भागीदारी की मांग के क्रम में आज दिनांक 26 अगस्त 2022 को प्रेस क्लब लखनऊ में उत्तर प्रदेश तैलिक साहु महासभा द्वारा प्रेस वार्ता आयोजित की गयी, जिसमें श्री रामलाल गुप्ता राष्ट्रीय महासचिव, अखिल भारतीय तैलिक साहु महासभा नयी दिल्ली, श्री कैलाश साहु पूर्व विधायक झांसी व राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष, श्री विनोद कुमार गुप्ता, प्रदेश अध्यक्ष, श्री सुनील कुमार साहु, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष, श्री शयामकृष्ण गुप्ता, प्रदेश महामंत्री, श्री बाबूलाल गुप्ता, राष्ट्रीय संगठन सचिव, श्री उमाशंकर साहुराष्ट्रीय संयुक्त सचिव, श्री ग्यान प्रकाश गुप्ता, जिला अध्यक्ष लखनऊ, श्री नरेन्द्र कुमार गुप्ता, जिला महामंत्री लखनऊ, श्री पी सी युवराज, श्री राधेश्याम राठौर, श्री मंगल प्रसाद गुप्ता इत्यादि काफी लोग उपस्थित हुए। प्रेस वार्ता में श्री रामलाल गुप्ता, राष्ट्रीय महासचिव, अखिल भारतीय तैलिक साहु महासभा ने बताया कि देश की कुल लगभग 135 करोड़ की. आबादी में तेली, साहु, राठौर समाज की आबादी लगभग 15 करोड़ है। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश की कुल आबादी 23 करोड़ में तेली, साहु, राठौर समाज की कुल आबादी लगभग 4.75 करोड़ है। जो विभिन्न उपनामों जैसे तेली, साहु, राठौर, गुप्ता, परणामी, माथुर, मथुरिया, जायसवाल, अग्रवाल, बनियार, चेटियार, गाडला, मोदी, घाची, भाटी इत्यादि से जानी जाती है। पूरे भारतवर्ष में आबादी के हिसाब से हमारे समाज के लगभग 60 सांसद होने चाहिए जबकि कुल 10 सांसद है, इसी प्रकार कुल लगभग 500 विधायक व विधान परिषद् सदस्य होने चाहिये ,जबकि मात्र 30 विधायक , है। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश में लगभग 60 विधायक होने चाहिये, जबकि मात्र दो विधायक हैं और लगभग 10 सांसद होने चाहिये, जिसके बिरूद्ध मात्र एक सांसद हैं। यही नहीं आयोग, निगम, प्राधिकरण तथा शासन सत्ता में भागीदारी न के बराबर है। यह स्थिति केवल विभिन्न पार्टियों की उदासीनता के कारण है। वियत दिल्ली की ऐतिहासिक रैली व सम्मेलन में सभी पार्टियों के मुख्य मंत्री, मंत्री व वरिष्ठ नेताओं को संदेश दे दिया गया था कि “भागीदारी नहीं तो साझीदारी नहीं” और “टिकट नहीं तो वोट नहीं”। हमलोगों ने यह भी निर्णय लिया कि जो पार्टी हमारे समाज को शासन व सत्ता में आनुपातिक भागीदारी सुनिश्चित करेगी, उसी को हम वोट देगे और उसी के साथ रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पिछड़ी जाति का आरक्षण ठीक से लागू नहीं किया जा रहा है। जातिवार जनगणना आवश्यक है, क्योकि पिछड़े वर्ग के आरक्षण का लाभ पिछड़े वर्ग के अगड़ी जातियों को मिल रहा है। श्री कैलाश साहु पूर्व विधायक झांसी व राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि हमारे समाज का इतिहास काफी गौरव शाली रहा है। हमारे समाज में बाबा गोरखनाथ, माँ कर्मा देवी जैसे सन्त महात्मा पैदा हुए, भामाशाह जैसे दानवीर, व दुर्गा दास राठौर जैसे युद्ध वीर पैदा हुए। राष्ट्रपिता महात्मा गॉधी जैसे सपूत पैदा हुए, जिन्होंने देश को स्वतंत्रता दिलाई। यही नहीं वर्तमान में हमारे समाज के माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र दामोदर दास मोदी जी है, जिनका अपने देश में ही नहीं विदेशों में डंका बज रहा है। लेकिन राजनैतिक पार्टियाँ हमारे समाज को आनुपातिक भागीदारी सुनिश्चित नहीं कर रहीं हैं, जिसके लिए एक जुट होकर लडाई लडनी पड़ेगी। श्री विनोद कुमार गुप्ता, प्रदेश अध्यक्ष ने कहा हमारा समाज अति प्रिछड़े वर्ग में आता है, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार बिहार, झारखण्ड व छत्तीसगढ़ की तरह अभी तक अति पिछड़े वर्ग में नहीं रखी है और उसके लाभ से हमें वंचित किया जा रहा है, जिसके लिए समाज के लोगों को एक जुट होकर लडाई लडनी पड़ेगी। श्री सुनील कुमार साहु ने कहा कि विभिन्न समानांतर संगठनों के बनने के कारण हम कमजोर हो रहे हैं। हम लोग सभी संगठनों को एक कर आनुपातिक भागीदारी के लिए लड़ाई लडेगे। उपरोक्त के अलावा श्री शयाम कृष्ण गुप्ता प्रदेश महामंत्री व ग्यान प्रकाश गुप्ता जिला अध्यक्ष लखनऊ ने संगठन को मजबूत करने पर बल दिया।