बैंको के विलय के विरोध में यू.एफ.बी.यू. की 26 दिसम्बर को देशव्यापी हड़ताल

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केन्द्र सरकार ने बड़े उद्योगपतियों को बैंकों पर दबाव बना कर अरबों के ऋण
दिलवा दिये अब एन.पी.ए. होने पर बैंककर्मियों पर आरोप – के. के. सिंह

लखनऊ। ‘‘केन्द्र सरकार एवं भारतीय रिजर्व बैंक ने बड़े-बड़े उद्योगपतियों को बैंकों पर दबाव बना कर अरबों-खरबों के ऋण दिलवा दिये और ये ऋण इन उद्योगपतियों द्वारा वापस नही किये जा रहे हैं, सरकार न तो ऐसे उद्योगपतियों का नाम उजागर कर रही है न ही उनसे बैंकों का ऋण वापस कराने का कोई ठोस प्रयास ही कर रही है। परिणामतः बैंकों का एन.पी.ए. निरन्तर बढ़ता जा रहा है।’’ यह जानकारी आज भारतीय स्टेट बैंक, मुख्य शाखा में आयोजित एक प्रेसवार्ता में नेशनल कन्फडरेशन आॅफ बैंक एम्पलाईज (एन.सी.बी.ई.) तथा एस.बी.आई.एस.ए. के महामंत्री कामरेड के0 के0 सिंह ने दी।

श्री सिंह ने बताया इसी एन.पी.ए. का हवाला देकर केन्द्र सरकार बैंकों का परस्पर विलय कर रही है। गत वर्ष सरकार ने भारतीय स्टेट बैंक में उसके 6 सहयोगी बैंकों का विलय कर दिया। इस विलय से समस्यायें बढ़ गई, अनेक शाखायें बन्द कर दी गई, व्यापार धीमा हो गया। स्टेट बैंक का एन.पी.ए. 2,25,000 करोड़ तक बढ़ गया। बैंकों के विलय से नुकसान ही हुआ है। अब केन्द्र सरकार ने बैंक आॅफ बड़ौदा, विजया बैंक व देना बैंक के विलय की घोषणा 17 सितम्बर, 2018 को सारे नियम व संसद को ताख पर रखकर कर दिया। उन्होंने भारत सरकार, रिजर्व बैंक एवं आई0बी0ए0 को आगाह किया कि बैंककर्मी उनके इन कुत्सित प्रयासों को सफल नही होने देंगे।

आयबाॅक के सचिव काम0 दिलीप चैहान ने बताया सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों व ग्रामीण क्षेत्र के बैंकों का विलय सैकड़ों बैंक शाखाओं को बन्द करा देगा तथा ग्रामीण क्षेत्रों में ऋण के प्रवाह को रोक देगा जोकि कृषकों, एसएमई, स्वयं सहायता समूह, महिलाओं, विद्यार्थियों व सामान्य नागरिकों को प्रभावित करेगा। बैंकों में होने वाली नई नियुक्तियाँ भी रूक जायेंगी जिससे युवा वर्ग को रोजगार के अवसर भी नही मिल सकेंगे।
यू.एफ.बी.यू. के प्रदेश संयोजक काम0 वाई0के0अरोड़ा ने कहा-‘‘सरकार मनमानी कर विलय करने का प्रयास कर रही है और हम यह होने नहीं देगे चाहे हमें कितना ही संघर्ष क्यो न करना पड़े।’’ काम0 अखिलेश मोहन, अध्यक्ष-एसबीआईएसए ने कहा कि- ‘‘प्रस्तावित अखिल भारतीय हड़ताल के बाद भी हम अपना संघर्ष तब तक जारी रखेंगे जब तक हमारी न्यायोचित माँगों को माना नही जाता।’’ प्रेसवार्ता को काम0 पवन कुमार-अध्यक्ष, आयबाक, काम0 राजेश शुक्ला, उप-महामंत्री, एस.बी.आई.एस.ए. तथा काम0 अनिल श्रीवास्तव- उप महामंत्री, एन.सी.बी.ई. ने भी सम्बोधित किया।

अनिल तिवारी, मीडिया प्रभारी ने बताया कि आज शाहनजफ रोड स्थिति बैंक आफ बड़ोदा के सामने बैंक अधिकारियों एवं कर्मचारियों का संयुक्त प्रदर्शन हुआ। जिसमें बैंककर्मियों ने बैंको के विलय के विरोध में केन्द्र सरकार के प्रति अपना रोष व्यक्त किया। अनिल तिवारी ने बताया बुधवार 26 दिसम्बर को यू.एफ.बी.यू. की देशव्यापी बैंक हड़ताल पर इलाहाबाद बैंक, हजरतगंज शाखा में दिन 12 बजे सार्वजनिक क्षेत्र के बैंककर्मियों द्वारा विशाल सभा एवं प्रदर्शन किया जायेगा।

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