उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव अगले साल यानी 2022 में होना है, लेकिन सियासी घमासान लगभग छिड़ चुका है। इसका नतीजा यह है कि भारतीय जनता पार्टी में ही सबसे ज्यादा उठापटक चल रही है। इसके मद्देनजर सीएम योगी को आनन-फानन में दिल्ली आना पड़ गया। इस बीच उत्तर प्रदेश में कैबिनेट विस्तार पर भी अटकलें लगने लगी हैं। कहा जा रहा है कि दो दिन पहले कांग्रेस से भाजपा में आए जितिन को मंत्री पद का ‘प्रसाद’ मिल सकता है। उन्हें जुलाई में एमएलसी बनाया जा सकता है। इसके अलावा पूर्व आईएएस अरविंद कुमार शर्मा को भी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है।
जुलाई में एमएलसी की पांच सीटों पर चुनाव
जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में जुलाई के दौरान पांच सीटों के लिए एमएलसी चुनाव होने हैं। माना जा रहा है कि जितिन प्रसाद को इनमें से एक सीट पर एमएलसी बनाया जा सकता है। दरअसल, भाजपा को उत्तर प्रदेश में काफी समय से कद्दावर ब्राह्मण चेहरे की तलाश थी। माना जा रहा है कि यह तलाश जितिन प्रसाद के रूप में खत्म हो रही है।