लखनऊ : बप्पा श्री नारायण वोकेशनल इ0 का0 के प्रधानाचार्य एवं प्रबंधतंत्र की अनियमितताओं एवं भ्रष्टाचार के विरूद्व आवाज उठाने वाले बप्पा श्री नारायण वोकेशनल इ0 का0 इकाई के अध्यक्ष शिवेन्द्र कुमार तिवारी को मनमाने तरीके से निलम्बित किये जाने, इकाई मंत्री अरूण कुमार अवस्थी को आरोप पत्र दिये जाने तथा इकाई एवं जिला संगठन की षिकायतों पर मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षाधिकारियों के आदेषों के बावजूद शिक्षाधिकारियोें द्वारा प्रबंधतंत्र के विरूद्व कोई प्रभावी कार्यवाही न किये जाने के विरोध में शाखा इकाई एवं जिला संगठन चरणबद्ध संघर्ष करेगा। यह निर्णय मंगलवार को शाखा इकाई एवं जिला संगठन के पदाधिकारियों की प्रदेशीय मंत्री एवं जिला संरक्षक डा0 आर0 पी0 मिश्र की उपस्थिति में लिया गया।
उ0प्र0 माध्यमिक षिक्षक संघ के प्रदेषीय मंत्री एवं जिला संरक्षक डा0 आर0 पी0 मिश्र, जिलाध्यक्ष अनुराग मिश्र एवं जिलामंत्री डा0 आर0 के0 त्रिवेदी ने जिला संगठन के कार्यालय उदयांचल में आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि संघर्ष के पहले चरण में दि0 11 मई, 2018 को शिक्षा भवन में अपरान्ह 1ः00 बजे से 2ः00 बजे तक जिला संगठन एवं शाखा इकाई के पदाधिकारी तथा सक्रिय कार्यकर्ता शाखा इकाई के अध्यक्ष षिवेन्द्र कुमार तिवारी के निलम्बन तथा मंत्री अरूण कुमार अवस्थी को आरोप पत्र दिये जाने के विरोध में धरना/प्रदर्षन करेंगे।
संघर्ष के दूसरे चरण में दि0 17 मई, 2018 को शिक्षा भवन में प्रातः 10ः00 बजे से सायं 5ः00 बजे तक बप्पा श्री नारायण वोके0 इ0 का0 के निलम्बित शाखाध्यक्ष शिवेन्द्र कुमार तिवारी जिला संगठन के पदाधिकारियों के साथ उपवास पर बैठेगें। इसी के साथ अप0 1ः00 बजे से 2ः00 बजे तक शाखा इकाई एवं जिला संगठन के अन्य पदाधिकारी एवं सक्रिय कार्यकर्ता उपवास स्थल पर सम्मिलित होकर अपना विरोध दर्ज करायेंगे।
षिक्षक नेताओं ने बताया कि लखनऊ के सांसद एवं वर्तमान में केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह एवं पूर्व भाजपा विधायक सुरेश चन्द्र तिवारी की लगभग 45 लाख रूपये की सांसद एवं विधायक निधि से विषाल सभागार का निर्माण हुआ जिसमें छात्रों एवं विद्यालय के विभिन्न कार्यक्रम लगभग 18 वर्षों से आयोजित किये जाते रहे है किन्तु माह अप्रैल, 2017 में विद्यालय प्रबंध समिति के उपाध्यक्ष टी0 एन0 मिश्र व सम्बन्धियों द्वारा संचालित एन0 जी0 ओ0- श्समन्वयश् संस्था, को प्रबंधक एवं प्रधानाचार्य की मिली भगत से सभागार को छोटे-छोटे कक्षो में विभाजित कराकर अवैध तरीके से सौंप दिया गया। इसी के साथ विद्यालय के षिक्षक आवास के भवनों को तुड़वाकर उसकी लगभग 10 हजार वर्ग फुट भूमि को अवैध तरीके से पी0जी0 कालेज को सौंप कर उसमें विधि विभाग खोले जाने की तैयारी है। यह दोनो कृत्य उ0प्र0 शैक्षिक संस्थायें (आस्तियों का अपव्यय निवारण) अधिनियम, 1974 का खुला उलंघन है। जिसमें दण्ड और सजा दोनो का ही प्राविधान है किन्तु शिक्षाधिकारियों की शिथिलता के चलते अभी तक हाल खाली नही कराया गया है और न ही पुलिस में एफ0आई0आर0 ही दर्ज कराई गई है। प्रबन्ध तन्त्र के भ्रष्टाचार एवं अनियमितताओं के विरुद्ध संघर्ष करने वाले शाखा इकाई के पदाधिकारियों के उत्पीड़न को अब और बर्दाश्त नही किया जायेगा और जनपद स्तर पर संघर्ष किया जायेगा।
शिक्षक नेताओं ने बताया कि जिला संगठन एवं शाखा इकाई द्वारा संयुक्त शिक्षा निदेशक, षिक्षा निदेषक, मा0 मुख्यमंत्री एवं उप-मुख्यमंत्री मा0 डा0 दिनेश शर्मा, गृह मंत्री भारत सरकार राज नाथ सिंह को बप्पा श्री नारायण वोकेषनल इ0 का0 के प्रबंधन के विरूद्व भ्रष्टाचार एवं अनियमितताओं षिकायतों की जांच एवं कार्यवाही की मांग की गई है तत्क्रम में मा0 मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री भारत सरकार मा0 राजनाथ सिंह, षिक्षा निदेषक एवं संयुक्त षिक्षा निदेषक द्वारा कार्यवाही के आदेष दिये गये किन्तु सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा आज तक कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं की गई, केवल पत्र लिखकर खानापूर्ति की गई जिससे प्रबंधतंत्र के हौसले बुलन्द है और उनके द्वारा हमारे पदाधिकारियो का उत्पीड़न शरू कर दिया गया है। यहां तक कि प्रबंध समिति मंे भी षिवेन्द्र तिवारी का निलम्बन का कोई प्रस्ताव पारित नही हुआ फिर भी उन्हें बिना किसी गम्भीर आरोपो के निलम्बित कर दिया गया जिसके सम्बन्ध में प्रबंध समिति में मौजूद षिक्षक प्रतिनिधि सुषील कुमार पाण्डेय की इस आपत्ति पर कोई कार्यवाही नहीं की गई।
निलम्बित किए गए शिवेन्द्र कुमार तिवारी ने बताया की इण्टर की परीक्षा में उनकी कक्षा का रिजल्ट शत-प्रतिशत रहा और 14 छात्रों ने 75 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए, परन्तु प्रबन्धन को इतनी जल्दी थी कि, चलती कक्षा में ही मुझे छात्रों के सामने निलम्बन पत्र थमा दिया गया।
शिक्षक नेताओं ने बताया कि शिक्षाधिकारी अपने ही आदेषो का क्रियान्वन नही कर पा रहे है। जि0वि0 निरीक्षक डा0 मुकेष कुमार सिंह द्वारा स्वयं जांच के पष्चात 15 जनवरी, 2018 को हाल खाली करने के आदेष दिये किन्तु आज तक उसका पालन नही हुआ। जि0वि0 निरीक्षक डा0 मुकेश कुमार सिंह द्वारा जांच समितियां बनाई, सह-जिला विद्यालय निरीक्षक श्री विमलेष की जांच समिति से जांच कराई रिपोर्ट आयी किन्तु कोई कार्यवाही नहीं हुई, पुनः जि0 वि0 निरीक्षक द्वारा गृह राज्य मंत्री मा0 राजनाथ सिंह के आदेष पर 25 अप्रैल को जांच समिति गठित की गई किन्तु अभी तक प्रभावी जांच शुरू नहीं हुई। संयुक्त शिक्षा निदेशक द्वारा मण्डलीय आडिट इकाई से विशेष आडिट कराने के आदेश दिए गए किन्तु अभी तक आडिट नही हुआ। इससे लगता है कि शिक्षाधिकारी केवल जांच के आदेश देने तक ही अपने को सीमित रख रहे हैं और अगर जांच रिपोर्ट आ भी गई तो उसे ठण्डे बस्ते में डाल दिया गया है। ऐसी स्थिति में जिला संगठन के पास संघर्ष ही विकल्प बचा है।
प्रेस वार्ता में प्रमुख रूप से कोषाध्यक्ष महेश चन्द्र, शिक्षक महासंघ संयोजक चन्द्र प्रकाश शुक्ल, संघर्ष समिति संयोजक इनायतुल्लाह खां, सदस्य राज्य परिषद पी0के0 पंत, इकाई अध्यक्ष शिवेन्द्र कुमार तिवारी, मंत्री अरुण कुमार अवस्थी, ओ0पी0 श्रीवास्तव आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे। https://www.youtube.com/watch?v=F_8BvdNvroU