लखनऊ। नई दिल्ली में 04 मई 2018 को रक्षामंत्री निर्मला सीतारमन की अध्यक्षता में हुआ छावनी परिषदों के जनप्रतिनिधियों का सेमीनार वास्तव में देश के सभी 62 कैण्ट बोर्डों के लिए आने वाले दिनों में खासा कारगर और मील का पत्थर साबित होगा। सम्मेलन में मध्य कमान के 25 छावनी परिषदों के उपाध्यक्षों व प्रतिनिधियों का नैतृत्व कर वापस लौटे लखनऊ छावनी परिषद के उपाध्यक्ष प्रमोद शर्मा ने बताया की सम्मेलन में छावनियों की तमाम समस्याओं पर मंथन और विचार विमर्श कर आगे की रणनीति बनाई गयी। विभिन्न कैण्ट बोर्डों से आये उपाघ्यक्षों ने एक स्वर से अंग्रेजों के जमाने में बने छावनियों के बिल्डिंग बायलाज को बदल कर नया व व्यवहारिक स्थानीय विकास प्राधिकरणों की भाँति बिल्डिंग बायलाज बनाने की आवाज बुलन्द की जिस पर रक्षामंत्री ने जल्द ही अफसरों के साथ बैठक कर नया व व्यावाहरिक बिल्डिंग बायलाज बनाने का आश्वासन दिया। उसके साथ ही छावनी परिषदों के अध्यक्ष के पद पर असैन्य व्यक्ति का चयन मतदान के माध्यम से करने की मांग भी सम्मेलन में की गयी। जिस पर रक्षामंत्री ने कहा कि इस बारे में अधिनियम व जनप्रतिनिधियों तथा अफसरों की राय लेकर जल्द ही निर्णय लिया जा सकता है। छावनी परिषदों में जगह जगह सेना की ओर से गेट लगा के असैन्य नागरिकों का आवागमन प्रतिबन्धित किये जाने पर उपाध्यक्षों ने खासा आक्रोश व्यक्त किया रक्षामंत्री ने कहा कि यदि बेवजह रास्ते बन्द कराये गये हैं तो एसे मामलों की जांच करायी जायेगी।
उपाध्यक्ष प्रमोद शर्मा ने बताया कि सेमीनार के दौरान सभी छावनी परिषदों के अधिकार बढ़ाने व उन्हें आर्थिक रूप से सम्पन्न कराने के लिए मंत्रालय से विशेष अनुदान की मांग की गयी। इसके साथ ही सभी छावनी परिषदों के निर्वाचित सदस्यों में से किसी एक का चयन राज्यसभा के सदस्य के रूप में किये जाने की आवाज भी सम्मेलन में उठाई गयी। छावनी परिषदों के उपाध्यक्षों को पूर्व की भाँति कर निर्धारण करने का अधिकार प्रदान करने पर भी जनप्रतिनिधियों ने अपनी बात उठाई उसके साथ ही छावनी परिषदों व सदस्यों का मानदेय बढ़ाने पर भी सम्मेलन में सहमति बनी पिछले दिनों अतिक्रमणकारी ठहराते हुए छावनियों के जिन मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटाये गये उन्हे पुनः मतदाता सूचि में सामिल करने की मांग हुई रक्षामत्री से की गयी। इस पर रक्षामंत्री ने विधिकराय लेकर आगेकी कार्यवाही सुनिश्चित कराने का आश्वासन दिया।
इसके पूर्व छावनी परिषदों के अनेक उपाध्यक्षों व सदस्यों प्रतिनिधि मण्डल नई दिल्ली में गृहमंत्री व लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह से मिलने उनके आवास पहुंचा, राजनाथ सिंह ने सभी जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर छावनियों की स्थिती के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। प्रमोद शर्मा ने गृहमंत्री को छावनी से सम्बन्धित मांगों का एक ज्ञापन भी सौंपा । इसके साथ ही लखनऊ छावनी परिषद से जुड़ी समस्याओं और राज्य सरकार की ओर से लखनऊ छावनी परिषद को रेवन्यू शेयरिंग शुरू कराने की बात भी गृहमंत्री के समक्ष रखी गयी। राजनाथ सिंह ने सभी मांगों को गम्भीरता पूर्वक सुना और इन्हे पूरा कराने के लिए उन्होंने रक्षामंत्री के साथ ही यू.पी. के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी बात करने का आश्वासन दिया। उन्होंने छावनियों के विकास में हर सम्भव सहयोग मुहैया कराने का आश्वासन भी प्रमोद शर्मा व अन्य जनप्रतिनिधियों को दिया। दिल्ली के सेमीनार में लखनऊ छावनी परिषद के उपाध्यक्ष प्रमोद शर्मा के साथ ही निर्वाचित सदस्य जगदीश प्रसाद, रूपा देवी, रीना सिंघानिया, स्वाती यादव व पूर्व निर्वाचित सदस्य डा. रंजीता शर्मा और विकास यादव भी शामिल हुए।
प्रमोद शर्मा
उपाध्यक्ष