एक शुरुआती अनुमान की तुलना में बिल्लियों में कोरोना संक्रमण के मामले अधिक हैं। चीन के वुहान में हाल में किए गए एक अध्ययन में यह बात सामने आई है। ‘इमर्जिंग माइक्रोब्स एंड इंफेक्शंस’ पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, महामारी के पहले चरण में जनवरी से मार्च, 2020 के बीच 102 बिल्लियों के रक्त के नमूने लिए गए। शोधकर्ताओं ने उनके अन्य नमूनों की भी जांच की थी। शोध में यह पाया गया कि 15 बिल्लियों के खून में ‘एंटीबॉडी’ (रोग प्रतिरोधक क्षमता) मौजूद थी, लेकिन उनमें से किसी भी बिल्ली के संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई थी और न ही उनमें कोरोना का कोई लक्षण ही दिखा था। महत्वपूर्ण बात यह है कि उनमें से एक भी बिल्ली की कोरोना वायरस के कारण मौत नहीं हुई। जिन 102 बिल्लियों के नमूने शोध के लिए लिए गए थे, उनमें से तीन पशु आश्रयों से छोड़ी गईं 46 बिल्लियां थीं, पांच पशु अस्पतालों की 41 और 15 बिल्लियां कोरोना संक्रमित परिवारों से थीं। उनके मुताबिक, इनमें से तीन बिल्लियां ऐसी थीं, जिनके शरीर में उच्चतम स्तर पर एंटीबॉडी थी और ये बिल्लियां कोरोना पीड़ितों के संरक्षण में थीं। इस शोध का नेतृत्व कर रहीं मेलिन जिन के मुताबिक, हालांकि आवारा बिल्लियों में कोरोना का संक्रमण कैसे फैला, यह साफ तौर पर कहा नहीं जा सकता है बल्कि सिर्फ यह अनुमान लगाया जा सकता है कि उनमें संक्रमण संभवत: कोरोना प्रदूषित वातावरण या बिल्लियों को खिलाने वाले कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आने के कारण हुआ हो।