प्रदेश सरकार के अधिकारियों की चालबाजी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने नहीं चली। कोरोना संक्रमितों की मौत के आंकड़ों को छिपाने के प्रयास को मुख्यमंत्री ने पकड़ लिया और उन्होंने मरीजों की मृत्यु से संबंधित सभी आंकड़े पोर्टल पर फीड करने के निर्देश जारी कर दिए।
यही नहीं पूर्व में हुई मौत के प्रकरणों को भी मुख्यमंत्री सचिवालय ने 24 घंटे के अंदर पोर्टल पर दर्ज करने के निर्देश जारी किए हैं। मुख्ययमंत्री सचिवालय से जारी पत्र के अनुसार 16 जून को कोविड संक्रमित 30 मरीजों की मृत्यु की जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने दी थी।
यह संख्या वास्तविक संख्या से काफी कम थी। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जताते हुए मरीजों की मौत से संबंधित वास्तविक आंकड़े ही पोर्टल पर दर्ज करने और उसी के अनुसार उन तक पहुंचाने के निर्देश दिए थे।
मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एसपी गोयल ने इस संबंध में अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद और प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. रजनीश दुबे को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री की मंशा के बारे में जानकारी दे दी थी।
दोनों अधिकारियों से यह भी कहा गया है कि जहां मरीज की मौत होती है, वहां के चिकित्सा संस्थान के प्राचार्य, प्राइवेट अस्पताल या जिला अस्पताल के अधीक्षक को मरीजों की मौत के संबंध में सही सूचना दर्ज करने के लिए जिम्मेदार बनाया जाए।