सी.एम.एस. की मेजबानी में आयोजित ‘अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर’ का हुआ भव्य उद्घाटन

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‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना को साकार किया
14 देशों से पधारे बाल प्रतिनिधियों ने

लखनऊ, सिटी मोन्टेसरी स्कूल, लखनऊ की मेजबानी में आयोजित ‘26वें अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर’ का भव्य उद्घाटन आज सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि, श्री मनीष बंसल, आई.ए.एस., चीफ डेवलपमेन्ट आॅफीसर, लखनऊ ने दीप प्रज्वलित कर अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर का विधिवत् उद्घाटन किया जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित श्रीमती मेधा बंसल, आई.ए.एस., विशेष सचिव, उ.प्र. शासन, ने समारोह की गरिमा को बढ़ाया। इस अवसर पर ब्राजील, कोस्टारिका, डेनमार्क, फ्राँस, जर्मनी, इटली, जापान, मैक्सिको, मंगोलिया, नार्वे, स्पेन, स्वीडन, थाईलैण्ड एवं भारत के बाल प्रतिनिधियों ने अपने-अपने देशों के लोकगीतों एवं शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों द्वारा ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना को साकार किया एवं विश्व एकता व विश्व शान्ति का संदेश सारे विश्व में प्रवाहित किया। विदित हो कि सी.एम.एस. की मेजबानी में आयोजित एक माह का अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर 28 दिसम्बर 2019 से 24 जनवरी 2019 तक आयोजित किया जा रहा है, जिसमें विश्व के 14 देशों से पधारे 11 से 12 वर्ष आयु के चार-चार बच्चों के दल अपने ग्रुप लीडर के नेतृत्व में प्रतिभाग कर रहे हैं तथापि एक माह तक साथ-साथ रहकर भारत की सँस्कृति, सभ्यता, खान-पान व रीति-रिवाजों से अवगत हो रहे हैं। अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर की सुव्यवस्था एवं प्रतिभागी छात्रों के बीच आपसी संवाद हेतु 16 से 17 वर्ष आयु के जूनियर काउन्सलर भी बाल शिविर में प्रतिभाग कर रहे हैं।
अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर के उद्घाटन अवसर पर बोलते हुए मुख्य अतिथि श्री मनीष बंसल, आई.ए.एस., ने कहा कि विभिन्नताओं में एकता दर्शाता यह अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर वास्तव में सराहनीय है, जिसमें विभिन्न देशों के बच्चे साथ-साथ रह रहे हैं। यह शिविर वास्तव में मल्टी-लिंगुवल, मल्टी-कल्चरल एवं मल्टी-नेशनल आयोजन है, जिसके माध्यम से विभिन्न देशों के बच्चों के बीच गहरा आत्मीय रिश्ता कायम होगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ये नन्हें मेहमान पूरे विश्व को अपनी विश्वव्यापी सोच से आलोकित करेंगे। विशिष्ट अतिथि श्रीमती मेधा बंसल,
आई.ए.एस., विशेष सचिव, उ.प्र. शासन, ने अपने संबोधन में कहा कि यह अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर प्रेरित करता है कि हम सभी मिल-जुलकर एकता, शान्ति व सौहार्द के प्रयासों में सहयोग करें।
इससे पहले, अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर के उद्घाटन समारोह में 14 देशों से पधारे बाल प्रतिनिधियों ने विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से विश्व परिवार की झलक प्रस्तुत करते हुए अहसास दिलाया कि वह दिन अब दूर नहीं जब सम्पूर्ण पृथ्वी एक देश होगा और उस पर निवास करने वाली सम्पूर्ण मानवता उसके नागरिक। समारोह में विभिन्न देशों से पधारे बाल प्रतिभागियों ने साथ मिलकर नववर्ष का स्वागत किया एवं अत्यन्त ही मधुर स्वरों में सी.आई.एस.वी. गीत प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
‘अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर’ के उद्घाटन समारोह के उपरान्त आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में बाल शिविर के उद्देश्यों की विस्तृत जानकारी पत्रकारों को देते हुए सी.आई.एस.वी. इण्डिया के प्रेसीडेन्ट, सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर अपने आप में एक लघु विश्व की झलक है, जहां देश-विदेश के बच्चों को एक माह तक प्रेम, शान्ति, एकता, सहयोग और भाईचारे का प्रशिक्षण दिया जाता है। यहाँ विभिन्न देशों के बच्चे एक माह तक साथ-साथ रहकर दोस्ती व सद्भाव की जो शिक्षा प्राप्त करेंगे, वह पूरी जिन्दगी उनके साथ रहेगी।
अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर की ज्वाइंट सेक्रेटरी एवं सी.एम.एस. राजाजीपुरम (प्रथम कैम्पस) की प्रधानाचार्या श्रीमती निशा पाण्डेय ने कहा कि विभिन्न संस्कृति, भाषा, सभ्यता, रीति-रिवाज में पले-बढ़े नन्हें-मुन्हें बच्चों को एक साथ एक ही छत के नीचे इकट्ठे रखे जाने का उद्देश्य उनके कोमल हृदयों में आपसी भाईचारा, विश्व शांति तथा विश्व बन्धुत्व की भावना का समावेश करना है, ताकि विश्वव्यापी दृष्टिकोण से परिपूर्ण होकर ये बच्चे एक विश्व समाज की परिकल्पना को साकार करने में सार्थक भूमिका निभाये।
अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर की निदेशिका एवं सी.एम.एस. इन्दिरा नगर कैम्पस की शिक्षिका सुश्री ऐरम फातिमा ने बताया कि इंग्लैण्ड की चिन्ड्रेन्स इन्टरनेशनल समर विलेज संस्था (सी.आई.एस.वी.) के तत्वावधान में विश्व के अलग-अलग देशों में इस प्रकार के अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविरों का आयोजन किया जाता है एवं इसी कड़ी में सी.एम.एस. की मेजबानी में 26वाँ अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर आयोजित किया जा रहा है। अन्तर्राष्ट्रीय शिविर में विभिन्न देशों से
पधारे बच्चों को अलग-अलग देशों के लोक नृत्यों, लोक पर्वो, रहन-सहन, खान-पान आदि से परिचित कराने के साथ ही विभिन्न प्रकार की सामाजिक-साँस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर के प्रतिभागी बच्चों के ठहरने, खाने-पीने, खेल-कूद, ऐतिहासिक स्थलों के भ्रमण, चिकित्सा आदि की सारी सुविधाऐं सी.एम.एस. द्वारा उपलब्ध करायी जा रही हैं।

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