लखनऊ: राजधानी में रविवार को गोमती नगर स्थित राम मनोहर लोहिया पार्क में शालिमार कॉर्प के सहयोग से कलरथॉन द्वारा बहुप्रतीक्षित आर्ट फेस्टिवल का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम सभी उम्र के लोगों के लिए एक नया और रोमांचक अनुभव था, जहां कला की सुंदरता का जश्न मनाया गया।उत्तर प्रदेश पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव श्री मुकेश मेश्राम और कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर, लखनऊ की डीन प्रोफेसर वंदना सहगल ने मिलकर कैनवास पर रंग लगाकर इस आर्ट फेस्टिवल की शुरुआत की। इस मौके पर मशहूर वैज्ञानिक श्री मिलिंद राज, शालिमार कॉर्प के डायरेक्टर श्री कुणाल सेठ, कलरथॉन फाउंडेशन के संस्थापक श्री गौरव प्रकाश, श्री भूपेश राय, श्री अहमद और श्री शम्स भी मौजूद थे. 7हॉर्स कम्युनिकेशंस इस कार्यक्रम के पीआर पार्टनर रहे।ये कार्यक्रम सही मायनों में एक यादगार आयोजन रहा। भारत के ड्रोन मैन श्री मिलिंद राज ने हैरतंगेज रोबोटिक आर्ट इवेंट का नेतृत्व किया। इस उत्सव में हर उम्र के लोगों ने कला की खूबसूरती का आनंद लिया। लाइव प्रदर्शन, प्रसिद्ध कलाकारों के साथ बातचीत करने का अवसर और हैंड्स-ऑन पेंटिंग सेशन इस आर्ट फेस्टिवल के मुख्य आकर्षण बने रहे। इसके अलावा, लाइव म्यूजिक और नृत्य कार्यक्रमों ने उत्सव और सौहार्द के वातावरण के आनंद को कई गुना बढ़ा दिया।
शालिमार कॉर्प के निदेशक कुणाल सेठ ने कहा, “शालिमार कलरथॉन कार्यक्रम बहुत ही शानदार रहा। हर कोई खुशी से झूम रहा था। एक भरोसेमंद रियल-एस्टेट ब्रांड होने के नाते, हम हमेशा अपने प्रोजेक्ट्स में कला का समावेश करते हैं। हम चाहते हैं कि लोग हमारे बनाए घरों में अपने आपको रंगों की जीवंतता से घिरा हुआ महसूस करें।कोलोरोथन फाउंडेशन के संस्थापक श्री अहमद शरीफ ने बताया, “कोलोरोथन फेस्टिवल अब अपने 10वें साल में है और ये भारत का सबसे बड़ा ओपन-एयर आर्ट प्लेटफॉर्म है। यह एक एक अनोखा फेस्टिवल है जो कई शहरों में आयोजित होता है. हर उम्र और हर क्षेत्र के लोग इसमें एकत्र होते हैं और पूरे देश में कला और रंगों का जश्न मनाते हैं।”भारत के ड्रोन मैन श्री मिलिंद राज ने कहा, “एक खाली कागज के टुकड़े पर विज्ञान, तकनीक, रचनात्मकता और कल्पना का बेहतरीन मेल होता है और यह मेल कला, नई खोज और रचनात्मकता का सबसे शानदार रूप बनाते हैं।” कलरथॉन फाउंडेशन के सह-संस्थापक श्री शम्स वारसी ने बताया, “कलरथॉन, जीवन के रंगों में डूबने और खुशियों का जश्न मनाने का एक अनोखा आयोजन था। यह एक ऐसा मंच था जहाँ स्थापित कलाकारों से लेकर नवोदित प्रतिभाओं तक और कला उत्साही लोगों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया और इस कार्यक्रम को यादगार बना दिया।”