लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि कम्प्यूटर के सामने दिखावे की समीक्षा करने से हालात सुधरने वाले नहीं है। मुख्यमंत्री जी की टीम इलेवन एवं सत्ताधारियों को सड़क पर उतरकर समाजवादी पार्टी की तरह सीधी सेवा करनी होगी। कोरोना संकट में समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा राशन वितरण और जनता की सहायता करने पर भाजपा सरकार मुकदमें दर्ज कराकर कौन सा जनहित का काम कर रही है? यह वास्तव में निंदनीय और अमानवीय कृत्य है। भाजपा अपने राजनीतिक स्वार्थ साधने में सभी नैतिक एवं लोकतांत्रिक मान्यताओं को जिलांजलि देकर अपना चेहरा कुरूप बना रही है।
समाजवादी पार्टी की सरकार में समाजवादी एम्बूलेंस सेवा 108 और 102 शुरू की गई थी। आज स्वास्थ्य आपातकाल के कठिन समय में ये सेवाएं वरदान साबित हो रही हैं। सरकार ने अगर इनके विस्तार की योजना को आगे बढ़ाया होता तो गांवों, कस्बों और शहरों में लोगों को ठेले और रिक्शे पर मरीजों को अस्पताल लेकर नहीं जाना पड़ता।
सच तो यह है कि दूरदर्शी व्यवस्थाओं का महत्व आपदा के समय ही समझ में आता है। नाम या नम्बर बदलने पर भी इनसे जिनकी सहायता होती है या जिनका जीवन बचता है, वे सदैव इनके पीछे के मूल प्रेरक को ही याद करते हैं। समाजवादी सरकार की ऐसी जनकल्याण की व्यवस्थाओं की सफलता देखकर अपने कार्यों के प्रति बेहद संतोष और खुशी भी होती है।