लखनऊ, अगस्त। कल्चरल कवैस्ट द्वारा 19 अगस्त को बैठ्की का आयोजन किया गया । जिसमें ग्रेमी अवार्ड कलाकार पं.विश्वमोहन भट्ट जी ने कार्यक्रम में आकर कार्यक्रम को राष्ट्रीय भव्यता प्रदान की। अपनी मोहनवीणा के माघ्यम से उन्होंने और कला की बारीकियों को सामने रखा। जिसमे श्री अभिषेक मिश्रा जी ने उनके साथ तबले पर संगत की।
इसके अलावा यशभारती से सम्मानित पं.रामकुमार जी ने एकल तबला वादन किया। अपने वादन में उन्होंने ‘ना धिन् धिन्ना’ की उत्कृष्ट तैयारी एवं नये आयामों को दिखाया। कार्यक्रम की शुरुआत सुश्री सुरभि सिंह की दो अनुभवी शिष्याओं ईशा रतन और मीशा रतन द्वारा की गई। जिसमें पहली बार ‘रुद्राष्टकम’ को गुरु सुरभि सिंह के निर्देशन में ईशा-मीशा ने उत्कृष्ट रूप प्रदर्शित किया। जियमं पं.धर्मनाथ मिश्र जी का गायन, श्री विकास मिश्र ने तबले पर अपनी अमिट छाप छोड़ी।
कल्चरल क्वेस्ट की सचिव सुरभि सिंह का कहना था ‘बैठकी’ की परिकल्पना उन्होंने लखनऊ की प्राचीन परम्पराओं को पुनर्जीवित करने के लिये रखी। इसको सफल बनाने हेतु संस्था के महत्वपूर्ण सदस्य, जिसमें श्री तनुज नारायण, पं.विकास मिश्र, श्री रवि गोस्वामी एवं सहारा बानो, सभी ने अपनी विशेष सहभागिता दी। इसके अतिरिक्त बैठकी के सदस्यों में शहर के बहुत ही प्रतिष्ठित एवं सम्मानित लोग शामिल हुये। प्रथम बैठकी का आयोजन भारतीय जनता पार्टी के नेता श्री सुधीर हलवासिया के निवास स्थान पर रखा गया।