अनलॉक-1 में दिल्ली के व्यापार को पटरी पर लाने के लिए दुकान, बाजार व मॉल को खोलने की अनुमति तो दे दी गई है लेकिन व्यापारी दुकान खोल कर भी खुश नहीं हैं। एक तो उनके दुकान पर ग्राहक नदारद हैं वहीं कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी से फैलने के कारण डर बैठ गया है।
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ऐसे में व्यापारिक एसोसिएशन दुकानें बंद करने का निर्णय ले रही हैं। कई बाजार के एसोसिएशन तो खुद से ऑड-इवन की राह में चल पड़ी है। ऐसे में ही सरोजनी नगर मिनी मार्केट ने निर्णय लिया है कि 15 जून से बाजार को बंद रखी जाए।
सरोजनी नगर मिनी मार्केट के पदाधिकारियों की बृहस्पतिवार को बैठक हुई। बैठक में निर्णय लिया गया है कि 15 जून से 30 जून के बीच पूरे मार्केट को बंद रखा जाए। एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक रंधावा ने बताया कि बैठक में ज्यादातर दुकानदारों की राय थी कि माकेर्ट में ग्राहक नहीं है।
कई दुकानदार सुबह से शाम तक एक रुपया भी नहीं कमा पा रहे है। मेट्रो व अन्य सार्वजनिक वाहनों के नहीं चलने के कारण ग्राहक पहुंच ही नहीं रहे है। जबकि बिजली का बिल, कर्मचारियों को वेतन देना अनिवार्य हो गया है।
उधर कोरोना वायरस भी तेजी से फैल रहा है। दुकानदार भी इससे भयभीत है, क्योंकि दुकान पर आने वाले कर्मचारी व मजदूर किस इलाके से आते है, कही संक्रमित तो नहीं है। ऐसे में 15 जून से 30 जून तक मिनी मार्केट को बंद करने का निर्णय लिया गया है।
हालांकि सरोजनी नगर बड़े मार्केट वाले शुक्रवार को बैठक कर निर्णय लेंगे। कमला नगर मार्केट असोसिएशन के विमल खन्ना का कहना है कि दुकानदार तो अपनी दुकान बंद करना चाहते है, लेकिन अभी सर्व सम्मति नही बन पा रही है। ग्राहक बिलकुल ही नही है। केंद्र सरकार को आर्थिक पैकेज देने की आवश्यकता है।
उधर, पुरानी दिल्ली के कूंचा महाजनी इलाके में ज्वेलर्स ने आने व जाने का अलग-अलग मार्ग बना लिया है। ज्वेलरी खरीदने के लिए पहुंचने वाले ग्राहक जिस दरवाजे से अंदर प्रवेश करेंगे उस रास्ते से बाहर नहीं निकल सकेंगे। उन्हें चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन की तरफ से बाहर निकलना होगा।