देश की पहली कॉरपोरेट ट्रेन तेजस का संचालन सोमवार से अगले आदेश तक बंद होने जा रहा है। रविवार सुबह लखनऊ जंक्शन से नई दिल्ली के लिए तेजस से करीब 400 यात्री और नई दिल्ली से लखनऊ आने वाली तेजस में करीब 250 यात्रियों ने सफर के लिए बुकिंग कराई। इससे ज्यादातर सीटें खाली ही रहीं।
सीटें खाली रहने से ट्रेन को औसतन रोजाना 9 लाख रुपये का नुकसान हो रहा था। तेजस को चलाने के एवज में रेलवे को रोजाना 13 लाख रुपये का भुगतान करना पड़ता है। इसी नुकसान के चलते यह कदम उठाया गया है।
लखनऊ से दिल्ली के बीच चलने वाली दूसरी गाड़ियों को भी यात्री नहीं मिल रहे हैं। इसकी वजह से शताब्दी, लखनऊ मेल व एसी स्पेशल जैसे वीआईपी ट्रेनों में हर चेयरकार से लेकर स्लीपर तक की सीटें खाली चल रही हैं।