जीवन का आधार ही पिता है, पिता वह बुलंद दरवाजा हैं जो दुनिया के हर परेशानी को खुद झेलता है,परंन्तु अपने बच्चे को हर परेशानी से दूर रखता है। जीवन में पिता का होना बहुत जरुरी होता है बिना पिता के जीवन मानो बिना छत के घर, बिना आसमान के जमीन का होता है। फादर्स डे के अवसर पर पल्लव चैरिटेबल वेलफेयर सोसायटी द्वारा डिजिटल मंच के माध्यम से दस दिवसीय उत्सव मनाया गया। इस अवसर पर अध्यक्ष गीताजंली सिंह ने शुभकामनाएं दी। और पिता दिवस सहभागिता में शामिल होने पर धन्यवाद प्रेषित किया। पिता दिवस में शामिल नवीन गर्ग, आलोक राजा, पवन कुमार सोनी, उदयसिन्हा,डां. आसिफ खान, राजीव कुमार सक्सेना, कुलदीप सिंह छाबड़ा, संदीप बिसारिया, डा. सौरभ द्विवेदी,शिवकुमार राजपूत, प्रदीप द्विवेदी, अमित जायसवाल,मुकेशकुमारश्रीवास्तव , मिर्ज़ा वक़ार हुसैन,परमजीत सिंह छाबड़ा, प्रदीप कुमार शुक्ला ,चदन सिंह ,गोविन्द गुप्ता ,डा. गौरव सचर,इजहार अहमद, अरूनेश पान्डे, मरगूब अहमद (शबाना लारी) अकबर अली खान ने खूबसूरत पिता दिवस पर अभिव्यक्ति प्रस्तुत की।
सचिव सुनील कुमार ने बताया, कि इस डिजिटल मंच में लखनऊ के अलावा नोएडा, लखीमपुर खीरी, हरियाणा, भदोही एवं अन्य शहरों के सहभागियों का जबरदस्त उत्साह देखने को मिला।
भव्य रजत सिंह ने संदेश दिया कि पिता का जीवन में बहुत बड़ा भाग होता है, जिसकी व्याख्या करना बेहद दुर्लभ है, जिनके आशीर्वाद से हर कामयाबी हासिल की जा सकती है।
हमारा अस्तित्व -पिता
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मेरा साहस, मेरा सम्मान है पिता।
मेरी ताकत, मेरा अहसास है पिता।