लखनऊ। ठाकुरगंज कोतवाली से गैंगस्टर में वांछित चल रहे अपराधी फिरोज उर्फ शमी को मुम्बई से गिरफ्तार कर ला रही पुलिस की गाड़ी मध्य प्रदेश के गुना में पलट गई। इस हादसे में फिरोज की मौत हो गई जबकि रिंगरोड चौकी प्रभारी जगदीश पाण्डेय, सिपाही समेत चार लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए। पुलिस कमिश्नर ने बदमाश और घायलों के परिवार के साथ पुलिस की एक टीम गुना भेज दी है।
पुलिस कमिश्नर सुजीत पाण्डेय के मुताबिक बहराइच निवासी फिरोज उर्फ शमी के खिलाफ ठाकुरगंज कोतवाली में छह मुकदमे दर्ज थे। इनमें तीन लूट के, दो चोरी और एक गैंगस्टर एक्ट का था। वर्ष 2014 से वह फरार चल रहा था। इसके बाद ही उस पर गैंगस्टर लगा था। तीन दिन पहले उसके मुम्बई में होने की खबर मिलने पर ठाकुरगंज कोतवाली की रिंगरोड चौकी के प्रभारी जगदीश पाण्डेय, सिपाही संजीव सिंह, मुखबिर और ड्राइवर के साथ सड़क मार्ग से 25 सितम्बर को मुम्बई गए थे। शनिवार रात को इस टीम ने मुम्बई पुलिस की मदद से फिरोज को गिरफ़तार कर लिया। फिरोज का गैरजमानती वारन्ट कोर्ट से जारी हुआ था।
नील गाय को बचाने में पलटी कार
पुलिस के मुताबिक रविवार तड़के तीन बजे उसे लेकर टीम लखनऊ के लिये निकली। करीब सात बजे गुना में चचोड़ा इलाके के पास कार के सामने अचानक नील गाय आ गई। उससे बचने के प्रयास में गाड़ी अनियंत्रित होकर पलट गई। इस हादसे में कार सवार पांचों लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल ले जाया गया जहां फिरोज को मृत घोषित कर दिया गया। जबकि जगदीश, सिपाही, मुखबिर व ड्राइवर का इलाज चल रहा है।
कमिश्नर ने आर्थिक मदद के साथ टीम भेजी
गाड़ी पलटने से बदमाश की मौत और पुलिसकर्मियों के घायल होने की सूचना मिलते ही यहां हड़कम्प मच गया। पुलिस कमिश्नर ने गुना के एसपी से पूरी जानकारी ली। फिर घायलों की मदद करने के लिये कहा। इतना ही नहीं पुलिस कमिश्नर सुजीत पाण्डेय ने घायल पुलिस वालों के परिवार से बात की। फिर एक टीम को आर्थिक मदद के साथ गुना के लिये रवाना कर दिया। इस टीम के साथ अपराधी फिरोज के घर वालों को भी भेजा गया है।