लखनऊ। राजधानी में रिवर बैंक कालोनी स्थित आईएमए भवन में रविवार को राज्य स्तरीय रिफ्रेश कोर्स और सीएमई का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व आईएमए अध्यक्ष व केजीएमयू रेस्पेरेटरी विभागाध्यक्ष डॉ सूर्यकांत तथा विशिष्ट अतिथि इण्डियन बैंक से पंकज त्रिपाठी थे।
आईएमए लखनऊ शाखा के अध्यक्ष डॉ मनीष टण्डन, सचिव डॉ संजय सक्सेना, आगामी अध्यक्ष डॉ जे डी रावत तथा कार्यालय प्रभारी अनिल यादव ने कार्यक्रम का आयोजन किया।
दीप प्रज्वलन तथा आईएमए प्रार्थना से कार्यक्रम आरम्भ हुआ जो सुबह 8:30 से रात 8:30 बजे तक चला। इस अवसर पर कई सत्रों में विभिन्न डॉक्टर्स ने अपने व्याख्यान और अनुभव साझा किए जिनसे अन्य चिकित्सकों और मेडीकल छात्रों को बहुत फायदा होगा। इस कार्यक्रम में 100 से अधिक डॉक्टर्स ने लाभ उठाया।
डॉ सूर्यकांत ने अपने सत्र में टीबी को लेकर व्याख्या दिया। सन 2025 तक टीबी को पूरी तरह समाप्त करने की बात करते हुए कहा कि जैसे हमने पोलियो मुक्त भारत बनाया, जैसे हमने कोरोनावायरस को हराया वैसे ही अब हमें टीबी को हराना है। उन्होंने कोविड 19 काल में मारे गए डॉक्टर्स को शहीद का दर्जा देने की मांग रखते हुए कहा कि जैसे सैनिक सीमा पर वाह्य सुरक्षा की खातिर अपनी जान दे देते हैं वैसे ही डॉक्टर्स ने देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए कोरोना काल में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है।
इण्डियन बैंक के पंकज त्रिपाठी ने बताया कि बैंक द्वारा डॉक्टर्स और नर्सिंग होम के लिए स्पेशल लोन की स्कीम चलाई जा रही है।
कार्यक्रम का संचालन आईएम लखनऊ के संयुक्त सचिव डॉ प्रांजल अग्रवाल एवं वरिष्ठ सदस्य डॉ अनीता सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम में डॉ कुलदीप सक्सेना द्वारा आईएम लखनऊ कार्यालय को एलईडी डिस्प्ले प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में आईएम लखनऊ के निर्वाचित अध्यक्ष डॉ जे डी रावत, पूर्व अध्यक्ष डॉ रमा श्रीवास्तव, डॉ जी पी सिंह, आईएम उत्तर प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष डॉ ए एम खान, वरिष्ठ सदस्य डॉ रुखसाना खान, डॉण् आरण्बीण् सिंहए डॉ मनोज अस्थाना एवं डॉ ऋतु सक्सेना इत्यादि मौजूद रहें।