इंदौर में सुपरकार से जा रहा था युवक कर्फ्यू के दौरान , लगवाई उठक-बैठक

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कोविड-19 के प्रकोप के मद्देनजर इंदौर में लागू कर्फ्यू के दौरान सुपरकार से जा रहे 20 वर्षीय युवक से नगर सुरक्षा समिति के स्वयंसेवक ने जबरन उठक-बैठक लगवाई। वहीं युवक ने भी स्वयंसेवक पर बदसलूकी करने का आरोप लगाया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
चश्मदीदों के मुताबिक घटना शनिवार की है। वीडियो में शहर के एमआर-10 रोड पर पीले रंग की महंगी कार से जा रहे युवक को काली वर्दी पहना एक स्वयंसेवक रोकता दिखाई देता है। इस वक्त युवक दो सीटों वाली महंगी कार में अकेला था और उसने कार की छत खोल रखी थी।वीडियो में दिख रहा है कि गाड़ी सड़क के किनारे लगाने के बाद युवा चालक नीचे उतरकर स्वयंसेवक को कर्फ्यू का पास दिखाने की कोशिश करता है। यह पास कर्फ्यू के दौरान गरीब लोगों को भोजन बांटने के लिए युवक के नाम पर खुद पुलिस ने जारी किया था। कर्फ्यू पास की बात सुनते ही युवक को झिड़कते हुए स्वयंसेवक कहता है कि उसे उसके पास से कोई मतलब नहीं है। इसके बाद स्वयंसेवक डंडा दिखाते हुए युवक से जबरन उठक-बैठक लगवाता नजर आता है।युवक को डांटना जारी रखते हुए स्वयंसेवक उससे यह भी पूछता सुनाई पड़ता है कि क्या उसे गाड़ी चलाते वक्त मास्क लगाने में शर्म आ रही थी? इस पर युवक जवाब देता है कि मास्क उसकी जेब में ही है।उठक-बैठक लगाने वाले युवक की पहचान संस्कार दरयानी (20) के रूप में हुई है। वह शहर के उद्योगपति दीपक दरयानी का बेटा है। घटना से जुड़ी सुपरकार उद्योगपति की कंपनी के नाम से पंजीकृत है।संस्कार ने कहा कि मेरा परिवार कर्फ्यू के दौरान सेवा कार्य करते हुए गरीब लोगों को भोजन मुहैया करा रहा है। घटना के वक्त मैं खाने के पैकेट बांटकर अपने घर जा रहा था। मैं गाड़ी चलाने का लाइसेंस और कर्फ्यू के आधिकारिक पास के साथ बाहर निकला था लेकिन नगर सुरक्षा समिति के स्वयंसेवक ने मेरी एक नहीं सुनी। उसने मेरे साथ बदसलूकी करते हुए अपशब्दों का इस्तेमाल भी किया। युवक ने कहा कि मैं अपने साथ हुए बर्ताव से बेहद दु:खी हूं। ऐसा बर्ताव आइंदा किसी के साथ भी नहीं होना चाहिए। 
 

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