इस हिंदी दिवस, ऑडिबल, अमेज़न की कंपनी और स्पोकन-वर्ड एंटरटेनमेंट के प्रमुख वैश्विक प्रदाता, जश्न मना रहा है, हिंदी के कुछ सर्वश्रेष्ठ लेखकों और कथावाचकों (नैरेटर्स) के एक महत्वपूर्ण केन्द्र होने का | ऑडिबल पर मशहूर लेखकों के सबसे चर्चित हिंदी टाइटल्स उपलब्ध हैं और श्रोता इन्हें सुनने का आनंद उठा सकते हैं।
हिंदी भाषा के कंटेंट को लेकर बढ़ती रुचि और उसकी मजबूत होती स्थिति के साथ, ऑडिबल ने 2018 में भारत में अपने लॉन्च के बाद से विभिन्न शैलियों में सैंकड़ों हिंदी शीर्षक लॉन्च किए हैं और उसके कैटेलॉग में लगातार वृद्धि हो रही है। ऑडिबल के कलेक्शन में उल्लेखनीय लेखकों और रचनाकारों की एक अविश्वसनीय विविधता शामिल है जिन्होंने इतने वर्षों के दौरान अपने उल्लेखनीय कार्यों से हिंदी साहित्य की दुनिया को बदलने का काम किया है। इन लेखकों में शामिल हैं जैसे:
अमीश त्रिपाठी देश के बेस्टसेलिंग और सबसे सफल भारतीय लेखकों में से एक हैं और वे अपने प्रसिद्ध शिव ट्राइलॉजी और राम चंद्र सीरीज के लिए मशहूर हैं। उन्होंने ऑडिबल पर उपलब्ध अपने सबसे नए शीर्षक धर्म में भारतीय दर्शन की कुछ प्रमुख अवधारणाओं की खोज की है। धर्म अमूल्य प्राचीन भारतीय महाकाव्यों में गहराई से गोता लगाता है जो शिक्षाप्रद, मनोरंजक होने के साथ ही जानकारी से परिपूर्ण हैं। ऑडिबल पर उपलब्ध उनके कुछ अन्य प्रसिद्ध और प्रिय शीर्षकों में रावण, सीता: मिथिला की योद्धा समेत अन्य शामिल हैं।
दिव्य प्रकाश दुबे: हिंदी के बेस्टसेलर लेखक, गीतकार और लघु फिल्म निर्माता, दिव्य प्रकाश दुबे की ऑडिबल पर नवीनतम व मौलिक पेशकश पिया मिलन चौक 2, उन्हीं की आवाज में उपलब्ध है। यह 12 अनूठी लेकिन प्रासंगिक प्रेम कहानियों का संग्रह है जो निश्चित रूप से श्रोताओं को जोड़ती हैं! जनता को कहानी सुनाने के तरीकों में क्रांतिकारी होने के नाते, दिव्य प्रकाश दुबे का पोस्टकार्ड विद दिव्य प्रकाश दुबे, एक बगल में चांद होगा: रेख्ता द्वारा पीयूष मिश्रा के साथ दिव्य प्रकाश दुबे की बातचीत, दिल लोकल एस1 और S2, दिव्य प्रकाश दुबे के साथ टुक टुक का सफर, दो दूनी प्यार समेत अन्य रचनाओं को पिछले साल ऑडिबल पर विशेष प्रशंसा मिली है।
मुंशी प्रेम चंद: हिंदी और उर्दू सामाजिक कथाओं के अग्रणी, प्रेम चंद भारतीय उपमहाद्वीप के सबसे प्रसिद्ध लेखकों में से एक रहे हैं। अन्य हिंदी लेखकों द्वारा “उपन्यास सम्राट” कहे जाने वाले प्रेमचंद ने अपने समय के दौरान विभिन्न उपन्यास लिखे हैं जो हिंदी साहित्य में काफी प्रसिद्ध हैं। कर्मभूमि, ऐसा ही शास्त्रीय रचना है, जिसे 1930 के दशक के दौरान औपनिवेशिक उत्तर प्रदेश में लिखा गया। यह राजनीतिक क्रांतियों और सुधारों के बीच में प्रकट होता है, जब एक युवा और बेहद सिद्धांतवादी अमरकांत अपनी अशांत दुनिया में अपनी जगह और उद्देश्य को परिभाषित करने के लिए संघर्ष करता है। ऑडिबल पर उपलब्ध उनकी अन्य प्रसिद्ध कृतियों में गोदान, प्रतिज्ञा, निर्मला, सेवासदन, कलम तलवार और त्याग, गबन समेत कई अन्य शामिल हैं, जिन्हें लोकप्रिय पॉडकास्टर समीर गोस्वामी ने अपनी आवाज दी है।