*भजन सम्राट कन्हैया मित्तल के भजनों में झूमें लोग*
भजनों का आनन्द लेने पूर्व उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा बाबा के दरबार पहुंचे
भक्तों के दिलों में बसने वाले श्याम प्रभु की भव्य भजन संध्या ‘लाडले खाटू वाले के’ का आयोजन बुधवार को झूलेलाल वाटिका निकट हनुमान सेतु पर किया गया। जिसमें प्रसिद्ध भजन गायक कन्हैया मित्तल समेत अन्य कलाकारों ने भजन प्रस्तुत कर श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।
प्रसिद्ध भजन गायक कन्हैया मित्तल को सुनने के लिए लोगों में इस कदर उत्साह देखने को मिला कि कार्यक्रम आरंभ होने से कई घंटे पहले ही पंडाल में लोग आने लगे थे। जैसे ही कन्हैया मित्तल ने भजन गाना आरंभ किया श्रद्धालु झूम उठे। उन्होंने जो राम को लाए हैं, हम उनको लायेंगे.., सहित कई भजन प्रस्तुत कर श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। खाटू वाले श्याम सरकार का दरबार कोलकाता के कारीगरों द्वारा सजाया गया। बाबा को छप्पन भोग लगा। इत्र व पुष्पवर्षा से दरबार महकता रहा। श्याम सलोने का सजा सुन्दर व दर्शनीय दरबार आकर्षण का केन्द्र बना रहा। गेंदा गुलाब गुलदाउदी जैसे देसी फूल के अलावा जरबेरा आर्चिट आदि विदेशी फूलों से सजे बाबा श्याम के शीश की शोभा अपनी अरुणिम आभा बिखेर रही थी। उत्सव मंे प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा पहुंचकर बाबा के दर्शन किये और भजनों का आनन्द लिया। उनके साथ श्री रुपेश अग्रवाल, वीरेन्द्र गर्ग, गणेश प्रसाद अग्रवाल, महावीर प्रसाद अग्रवाल, राधेश्याम अग्रवाल, बृजेन्द्र अग्रवाल, विकास जैन, आदित्य अग्रवाल, पंकज मिश्रा, शिव सिंघानिया मौजूद रहे। कन्हैया मित्तल ने भजन क्रम को आगे बढाते हुये गजब मेरे खाटू वाले…, हारे के सहारे आ जा.., सुनाया तो बाबा के जयकारे गूंज उठे। उसके बाद गजब मेरे खाटू वाले गजब थारे ठाठ निराले…, सुनाया। उसके बाद सोनभद्र के भजन गायक संजीव शर्मा ने बाबा को भाव भरे भजन सुना कर रिझाया। उन्होंने ‘श्याम मै तेरा लाडला’ सुनाया तो ‘हारे के सहारे बाबा श्याम हमारे’ के जयकारे गूंजे। इसके बाद उन्होंने ‘जब जब तू हारेगा बाबा तुझे सम्भालेगा’ सुनाया।
इसके अलावा भजन संध्या में राजधानी की मंजू यादव, पवन मिश्रा, शिवांगी पाठक मयंक कश्यप रनयो-याशना, गोण्डा के रोहित शर्मा ने भी बाबा के दरबार में हाजिरी लगाई। अपने सुमधुर भजनों से बाबा श्याम को रिझाया।
इस भजन संध्या की पूरी परिकल्पना व संयोजन व्यवस्था कविता शर्मा व विकास इवेंट कोलकाता द्वारा की गई जिसे लोगों ने खूब सराहा।
उत्सव में प्रमुख लोगों में श्री रुपेश अग्रवाल, वीरेन्द्र गर्ग, गणेश प्रसाद अग्रवाल, महावीर प्रसाद अग्रवाल, राधेश्याम अग्रवाल, बृजेन्द्र अग्रवाल, विकास जैन, आदित्य अग्रवाल, पंकज मिश्रा, शिव सिंघानिया मौजूद रहे।