सारांश
राजस्थान के तीन शिक्षकों को आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) वर्चुचली राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से नवाजेंगे. इनमें से दो शिक्षक (Teacher) झुंझुनूं जिले से है.
विवरण
राजस्थान के तीन शिक्षकों को आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) वर्चुचली राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से नवाजेंगे. इनमें से दो शिक्षक (Teacher) झुंझुनूं जिले से है. झुंझुनूं के पिलानी में बिरला एजुकेशन ट्रस्ट (Birla Education Trust) द्वारा संचालित बिरला बालिका विद्यापीठ (Birla Balika Vidyapeeth) की गणित की अध्यापिका अचला वर्मा (Achala Verma) को भी सीबीएसई (CBSE) स्कूलों में से चयनित किया गया है. देश की 22 हजार सीबीएसई स्कूलों में से दो शिक्षकों का चयन हुआ है. उनमें से एक राजस्थान के झुंझुनूं की है. अचला वर्मा ने गणित (Maths) को विजुअली पढाने के साथ-साथ इसे मैदान, कला और अन्य चीजों से जोड़कर छात्राओं के मन से गणित का डर निकाला और उनके इस बदलाव पर आज उन्हें राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार (National Award for Teachers) दिया जा रहा है. इसी क्रम में झुंझुनूं के देवरोड़ की सरकारी स्कूल के शारीरिक शिक्षक जयसिंह धनखड़ (JaiSingh Dhankhar) को भी आज यह सम्मान दिया जा रहा है. धनखड़ ने स्कूल के खेल मैदान को कचरे की डंपिंग साइट से बदलकर उसे स्टेडियम बनवा दिया, जिसमें उन्होंने सभी के सहयोग से एक करोड़ रूपये खर्च किए हैं. अब यहां के बेटों के अलावा बेटियां भी नेशनल और इंटरनेशनल स्तर पर खेल रही हैं.
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