लखनऊ, कहते है कि बच्चो में भगवान बस्ते है और अगर बच्चे खुश रहते है तो भगवान भी खुश रहते है। तो बताइए क्या आप भगवान को भूख से तड़पते हुए देख सकते है नही न तो यही उम्मीद संस्था के कर्मठ साथी हरप्रीत सिंह विक्की जी ( Harpreet Singh Arora) ने किया। उनको जब पता चला कि चारबाग़ में एक सड़क पर बेघर परिवार है जिसकी बच्ची ने 3 दिन से दूध नही पिया और बुखार से तड़प रही है तो वह उस परिवार के पास पहुचे और सबसे पहले घर वालो को खाना दिया और उसके बाद बच्ची को लेकर चारबाग़ में ही एक क्लिनिक में बच्ची को लेकर गए। डॉक्टर ने बताया कि भूख की वजह से बच्ची को बुखार आ गया है और उसको आप तुरंत कुछ खिलाईये। मॉ ने बताया कि हमने भी बहुत दिनों से भर पेट नही खाया है जिसके कारण दूध शरीर मे नही बन रहा और बच्ची को पानी चटा कर सुलाती हूँ। हे ईश्वर उसकी यह बात सच मे आंखों से आँसू निकाल देने वाली है। हरप्रीत सिंह जी ने तत्काल दुकान से सेरलेक का डिब्बा लिया और उसको डॉक्टर द्वारा बताये गए तरीके से बच्ची को पिलाना शुरू किया। यह देख के बहुत खुशी हुई कि बच्ची तुरंत चम्मच चाटने लगी और यह देख सभी के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई। सैल्युट है हरप्रीत सिंह जी जैसे लोगो पर जो अपने लोगो की खुशी और भोजन के लिए उम्मीद संस्था के साथ दिन रात लगे हुए है।
उम्मीद संस्था लखनऊ शहर में 8 जगह कम्युनिटी किचन आप सभी के सहयोग से चला रही और जरूरतमंद लोगों को राशन भी पहुँचा रही है।