सारांश
ईश्वरप्पा ने कहा कि हेडगेवार के भाषणों पर आधारित पाठ को शामिल करने का मकसद देश की संस्कृति व राष्ट्रभक्ति को मजबूत करना है।
विस्तार
कर्नाटक के स्कूली पाठ्यक्रम की किताबों में आरएसएस के संस्थापक रहे डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार का पाठ शामिल किए जाने का भाजपा विधायक केएस ईश्वरप्पा ने बचाव किया है। इस पर आपत्ति जताने वालों से उन्होंने सवाल किया कि क्या स्कूली पुस्तकों में जिन्ना (पाकिस्तान के संस्थापक) का पाठ शामिल करना चाहिए? उन्होंने दावा किया कि देश में 36,000 मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें बनाई गई थीं, उन्हें कानूनी लड़ाई से वापस लेंगे। ईश्वरप्पा ने कहा कि हेडगेवार के भाषणों पर आधारित पाठ को शामिल करने का मकसद देश की संस्कृति व राष्ट्रभक्ति को मजबूत करना है। ईश्वरप्पा यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि 36 हजार मंदिरों को नष्ट कर मस्जिद बनाई गई थी। उन्हें मस्जिद कहीं और बनाकर नमाज पढ़ने दी जा सकती है, लेकिन हम उन्हें मंदिरों पर मस्जिद नहीं बनाने की इजाजत नहीं देंगे। इन सभी 36 हजार मंदिरों पर हिंदू कानूनी ढंग से दावा करेंगे।