श्रीनगर के सोनावर इलाके में कश्मीर के पहले मल्टीप्लेक्स के खुलने का आकिब भट व्यग्रता से प्रतीक्षा कर रहे हैं और उनका कहना है कि इससे अब उन्हें बॉलीवुड फिल्में बड़े पर्दे पर देखने के लिए घाटी से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। भट ने कहा, ‘‘मैं बड़े पर्दे पर नवीनतम हिंदी फिल्में देखने के लिए हर तीन से चार महीने में एक बार दिल्ली या जम्मू जाता हूं। हालांकि सभी फिल्में कुछ ही समय में विभिन्न प्लेटफार्म पर उपलब्ध हो जाती हैं, लेकिन फिल्मों को बड़े पर्दे पर देखने का अलग ही अनुभव होता है।’’
भट (30) ने कहा कि जब से जानेमाने व्यवसायी विजय धर ने कश्मीर में पहला मल्टीप्लेक्स खोलने की अपनी परियोजना की घोषणा की है, तब से वह इससे संबंधित घटनाक्रम पर नजर रख रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि प्रतीक्षा अंतत: समाप्त हो गयी है।’’ यहां एक प्रतिष्ठित निजी स्कूल के मालिक धर ने कहा कि आमिर खान अभिनीत लाल सिंह चड्ढा की विशेष स्क्रीनिंग के साथ मंगलवार को मल्टीप्लेक्स को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
धर ने कहा, ‘‘30 सितंबर से ऋतिक रोशन और सैफ अली खान अभिनीत ‘‘विक्रम वेधा’’ की स्क्रीनिंग के साथ नियमित शो शुरू होंगे।’’ कश्मीर के पहले मल्टीप्लेक्स में कुल 520 सीटों की क्षमता वाले तीन फिल्म थियेटर होंगे। स्थानीय व्यंजनों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से परिसर में एक ‘फूड कोर्ट’ भी होगा। हस्तशिल्प व्यवसाय से जुड़े भट्ट ने कहा कि वह नियमित रूप से कश्मीर से बाहर के स्थानों के दौरे करते हैं जो ज्यादातर उनके काम से संबंधित होते हैं। आईनॉक्स द्वारा संचालित मल्टीप्लेक्स का निर्धारित उद्घाटन ऐसे समय किया जाएगा जब जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को पुलवामा और शोपियां जिलों में एक-एक बहुउद्देशीय सिनेमा हॉल का उद्घाटन किया था। घाटी में सिनेमा हॉल तीन दशकों के बाद फिर से खुल गए हैं। 1989-90 में आतंकवादियों द्वारा धमकियों और हमलों के कारण थिएटर मालिकों ने घाटी में सिनेमा हाल बंद कर दिये थे।
सिन्हा ने इस अवसर को ‘‘ऐतिहासिक’’ करार देते हुए पुलवामा में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम जल्द ही जम्मू-कश्मीर के हर जिले में ऐसे बहुउद्देशीय सिनेमा हॉल बनाएंगे। आज मैं ऐसे सिनेमा हॉल पुलवामा और शोपियां के युवाओं को समर्पित करता हूं।’’ उन्होंने कहा कि अनंतनाग, श्रीनगर, बांदीपुरा, गांदेरबल, डोडा, राजौरी, पुंछ, किश्तवाड़ और रियासी में जल्द ही सिनेमा हॉल का उद्घाटन किया जाएगा। यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार इससे कोई संदेश देना चाहती है, सिन्हा ने कहा, ‘‘कोई संदेश नहीं है।