किंग जाॅर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेडियोडायग्नोसिस और रेडियोथैरेपी विभाग ने अपने 32वें स्थापना दिवस समारोह का आयोजन शताब्दी अस्पताल में किया। इस अवसर पर टाटा मेेमोरियल सेंटर के डाॅ0 इन्द्रनील मलिक ने बताया कि भारत में प्रत्येक वर्ष लगभग 12 लाख नए कैंसर रोगियों का पता चलता है। उन्होंने बताया कि 5 से 10 प्रतिशत कैंसर के ऐसे मामले सामने आते हैं जो अनुवांशिक होते है।
डाॅ0 इन्द्रनील मलिक ने मलाशय कैंसर की रेडियोथैरेपी के बारेे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इस अंग के कैंसर में विश्व के अलग-अलग भागों में रेडियोथैरेपी की विद्या विभिन्न है। यह स्वदह ब्वनतेम और ैीवतज ब्वनतेम के रूप में दी जाती है। उन्होंने बताया कि शोध व अध्ययनों से पता लगा है कि स्वदह ब्वनतेम रेडियोथैरेपी क्योंकि बढ़ी अवस्था में अधिक कारगर है इसलिए हमारे देश में यह अधिक उपयोगी है।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एसोसिएशन आॅफ रेडिएशन आॅनकोलोजिस्ट आॅफ इंडिया के अध्यक्ष डाॅ0 राजेश वशिष्ठ ने बताया कि बच्चों में होने वाला 20 प्रतिशत कैंसर जेनेटिक होता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कैंसर होने का 80 प्रतिशत कारण तंबाकू, धूम्रपान करने से होता है। उन्होंने बताया कि पुरूषों में मुंह, गले और आहारनाल को कैंसर काॅमन है, जिसका प्रतिशत पुरूषों में 50 प्रतिशत है।
इस अवसर पर के0जी0एम0यू0 के मा0 कुलपति प्रोफेसर एम0एल0बी0 भट्ट ने रेडियोडायग्नोसिस और रेडियोथैरेपी विभाग को चिकित्सा विश्वविद्यालय की महत्वपूर्ण इकाई बताते हुए कहा कि स्थापना दिवस के अवसर पर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के प्रति आमजन को जागरूक किए जाने के संबध में किसी भी चिकित्सा संस्थान एवं विभाग द्वारा आयोजत कार्यक्रम ही स्थापन दिवस मनाने का सही तरीका है। इस अवसर पर उन्होंने रेडियोडायग्नोसिस और रेडियोथैरेपी विभाग को पहले से बेहतर बनाने के लिए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर सुपर स्पेशलिस्ट कैंसर इंस्टीट्यूट, चकगजरिया के निदेशक प्रोफेसर शालीन कुमार ने सभी अस्पतालों से कैंसर मरीजों से जुड़े आकड़े एकत्र करने, उनका विश्लेषण करने तथा उन्हें प्रकाशित करने की आवश्यकता बताते हुए कहा कि इससे र्निगत परिणाम उपचार की दशा को बदलने में क्रांतिकारी होंगे।
इस अवसर पर यू0एस0ए0 से आए डाॅ0 मोहित अग्रवाल ने वृद्धावस्था की सामान्य बीमारियों जैसे याददाश्त कमजोर हो जाना, के बारे में बताते हुए कहा कि नई तकनीकों से इस बीमारी को पहचानना, इसका शीघ्र उपचार करना संभव हो सकेगा।
कार्यक्रम में रेडियोडायग्नोसिस विभाग की हेड प्रो0 नीरा कोहली और रेडियोथैरेपी विभाग के हेड प्रो0 राजीव गुप्ता ने अपने विभाग की वार्षिक प्रगति रिपोर्ट पेश की। प्रो0 नीरा कोहली ने बताया कि जल्द ही 3 टेस्ला एम0आर0आई0 मशीन शताब्दी फेज-1 में इंस्टाल्ड की जाएंगी। इस अवसर पर विभाग के डाॅक्टर एवं कर्मचारियों को उनके उत्कृष्ट सेवाओं के लिए मुख्य अतिथि डाॅ0 राजेश वशिष्ठ एवं के0जी0एम0यू0 के मा0 कुलपति प्रो0 एम0एल0बी0 भट्ट द्वारा सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में डिप्टी रजिस्ट्रार प्रो0 अनित परिहार ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनके सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर स्थापना समारोह के मुख्य आयोजनकर्ता डाॅ0 सुधीर सिंह, डाॅ0 मोहित अग्रवाल, एस0जी0पी0जी0आई0 रेडियोथैरेपी विभाग की हेड प्रो0 पुनिता लाल सहित विभाग के अन्य डाक्टर, कर्मचारियों सहित छात्र-छात्राएं शामिल हुए।