संववाददाता गगनजोत सिंह बॉबी
कुशीनगर के पडरौना महिला थाना के करीब आज हैवान बन चुका एक आदमी ने अनाथ नाबालिग की निर्मम पिटाई कर उसे अपनी हवस का शिकार बना लिया दिन दहाड़े हुई हैवानियत के इस खेल में दरिंदे ने पीड़िता के दो नाबालिग भाईयों की भी बेरहमी से पिटाई कर दी है दोनों नाबालिग बच्चे अपनी नाबालिग बहन की आबरू बचाने के लिए दरिंदे का विरोध कर रहे थे.डॉयल 100 की पुलिस ने तीनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराई हैआरोपी बिहार प्रांत का निवासी है और वह पीड़िता के घर में बतौर किरायेदार रह रहा था
वीओ. – पडरौना नगर के महिला थाना के करीब पैत्रिक मकान में पीडिता अपने तीन नाबालिग भाईयों के साथ रहती है…इनके माता- पिता का स्वर्गवास करीब तीन वर्ष पहले हो चुका है….पीड़िता के ही मकान में बिहार प्रांत गोपालगंज निवासी रंजीत बतौर किरायेदार रह रहा था…..यहां यह बता दे कि गंडक कॉलोनी के नाम से पुकारा जाना वाला इस मोहल्ले में ही एसडीएम सहित कई अधिकारी रहते हैं….आज सुबह पीड़िता का बड़ा भाई किसी काम से बाहर चला गया….. घर पर पीड़िता अपने दो नाबालिग भाईयों के साथ थी…..पीड़िता घर के अंदर खाना बना रही थी उसके दोनों नाबालिग भाई बाहर खेल रहे थे…..पीड़िता को घर में अकेले देख किरायेदार रंजीत की नीयत खराब हो गई और रेप की नीयत से छेडखानी करने लगा….पीड़िता के मुताबिक, आरोपी की नाजायज हरकतों का विरोध करने पर उसने नाबालिग की जमकर पिटाई कर दी और उसकी आबरू से खेलने लगा…. चीख -पुकार सुनकर घर के अंदर पहुंचे पीड़िता के दोनों नाबालिग भाई अपनी बहन की आबरू बचाने के लिए दरिंदे से जुझ पड़े….लेकिन हैवानियत पर उतारू रंजीत ने दोनों बच्चों व पीड़िता को पीट-पीट कर अधमरा कर दिया और फिर अनाथ को अपनी हवस का शिकार बना कर भाग गया….तीनों काफी देर तक बेसुध पड़े रहे है…..सूचना पर पहुंची डॉयल 100 की पुलिस ने तीनों नाबालिगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराई है……इस घटना की सूचना 100 नम्बर की पुलिस ने अपने ऊपर के अधिकारियों को नही दी…मामला जब मीडिया मेंआया तो खुद मौके पर पहुच कर आलाधिकारियों ने बच्चो का इलाज मौके पर रह कर खुद करवाये …आप को बता दे कि इस घटना को पुलिस मामूली बातो को लेते हुए हल्के में ले रही थी..पर मामला मीडिया के द्वारा बतलाये जाने के बाद में पुलिस अफसरों के पसीने छूट गए…खुद मौके पर पहुचे नार्थ अपर पुलिस अधीक्षक ने मामले को संज्ञान लेते हुए मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की बात कही है …फिलहाल की तीनों नाबालिग बच्चो का इलाज चल रहा है….आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है…पुलिस ने टीम गठित कर छापेमारी कर रही है