लखनऊ, लालबाग गर्ल्स इंटर कॉलेज एक सरकारी सहायता प्राप्त शिक्षण संस्थान है। यह स्कूल आज भी छात्राओं को बेहतरीन शिक्षा देने के लिए जाना जाता है। इस ऐतिहासिक शिक्षक संस्थान की स्थापना 18 अप्रैल 1870 में ईसाबेला थोबर्न में हुई थी। आगामी 18 अप्रैल को यह 150 वर्ष पूरे करने जा रहा है। इन लम्हों का यादगार बनाने के लिए इस बार कॉलेज प्रशासन ने कई अहम फैसले लिए हैं।
स्कूल परिसर में शनिवार को आयोजित एक प्रेस वार्ता में स्कूल प्रबंधिका श्रीमति एमएस प्रसाद ने 150 वें स्थापना दिवस पर होने वाले कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी।
1.सोशल मीडिया प्लेटफार्म – अपने अभिभावक, छात्र और समाज से सीधे तौर पर जुड़ने के लिए कॉलेज प्रशासन सोशल मीडिया को एक साधन बना रहा है। हमारी वेबसाइट www.lbgic.com
2. लेक्चर सीरीज -150 वें स्थापना वर्ष में स्कूल प्रशासन ने विशेष लेक्चर सीरीज की शुरुआत की हैं। यहां हम अलग-अलग क्षेत्र के विशेषज्ञों को अपने स्कूल में आमंत्रित करते हैं और छात्राओं और उनके अभिभावकों को उस विशेषज्ञ से कुछ सीखने का मौका देते हैं।
3. रियूनियन प्रोग्राम – आगामी 18 अप्रैल को विशेष कार्यक्रम होंगे। इससे पहले हम पूर्व छात्राओं के लिए रियूनियन कार्यक्रम करने जा रहे हैं। चूंकि हम 150 साल पुरानी संस्था हैं, इसलिए सभी का रियूनियन एक साथ संभव नहीं हैं। इसको देखते हुए हमने 11 अप्रैल से रियूनियन की शुरुआत करने का फैसला लिया है।
11 अप्रैल को हम 1970 या उससे पहले की सभी पूर्व छात्राओं को आमंत्रित कर रहे हैं।
12 अप्रैल को 1970 से 80
13 अप्रैल को 1980 से 90
14 अप्रैल को 1990 से 2000
15 अप्रैल को 2000 से 2010
16 अप्रैल को 2010 से सभी अन्य
प्रबंधिका ने कहा, हम आप सभी सम्मानित पत्रकार बंधुओं के माध्यम से सभी पूर्व छात्राओं से निवेदन करना चाहते हैं कि हमसे जुड़े और इस कार्यक्रम को सफल बनाने में हमारा सहयोग करें।
4. लालबाग गर्ल्स कॉलेज का motto है “we receive to give” यानी हम देने के लिए ही लेते हैं। इसे सार्थक बनाते हुए लालबाग गर्ल्स कॉलेज प्रशासन हमारे समाज के गरीब और जरूरतमंद होनहार छात्र-छात्राओं के लिए विशेष कार्यक्रम लेकर आया है। आईएएस, पीसीएस जैसे प्रतियोगी परीक्षा में सफलता का सपना देखने वाले इन होनहार बच्चों के लिए विशेष इंतजाम किए जाएंगे। इनको संस्थान की ओर से पढ़ने के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। शहर के बेहतरीन विषय विशेषज्ञों से लेकर सेवानिवृत्त आईएएस और पीसीएस की देखरेख में इनको पढ़ने का मौका मिलेगा। इस पर होने वाला सारा खर्च कॉलेज प्रशासन उठाएगा। हमने इसे “Incredible 32” नाम दिया है।
एक लिखित परीक्षा के माध्यम से स्नातक स्तर से कुल 32 होनहार छात्र-छात्राओं को चुना जाएगा। इसमें 75 प्रतिशत यानी 24 सीट छात्राओं के लिए आरक्षित होती। छात्राओं को कॉलेज परिसर में ही रहकर पढ़ने का भी विकल्प दिया जाएगा। उनकी जरूरत के हिसाब से कॉलेज परिसर में विशेष काउंसलिंग सेशन कराए जाएंगे।
इनके अलावा भी कॉलेज प्रशासन आने वाले समय में कुछ कदम उठाने जा रहा है। इसके बारे में आपके माध्यम से समय समय पर छात्राओं, पूर्व छात्राओं, अभिभावकों और समाज के सभी वर्गों को जानकारी उपलब्ध कराए जाएगी।