लोहिया संस्थान के नॉन कोविड अस्पताल में सामान्य मरीजों का इलाज मुश्किल हो गया है। यहां आने वाले नॉन कोविड मरीजों को टरकाया जा रहा है। जबकि संस्थान के अफसरों का कहना है कि नॉन कोविड मरीजों को भी इलाज मुहैया हो रहा है।
लोहिया संस्थान की अस्पताल ब्लॉक की इमरजेंसी में करीब 50 बेड है। यहां सामान्य मरीजों को इलाज मिलना था। इमरजेंसी में आने वाले मरीजों में अधिकतर मामले पॉजिटिव आए। ऐसे में धीरे-धीरे कोविड इमरजेंसी में बदल गई। यहां करीब 90 से अधिक पॉजिटिव मरीज भर्ती हैं। जिन्हें कोविड अस्पताल में शिफ्ट नहीं कराया गया है। ऐेसे में नॉन कोविड मरीजों को लाने पर डॉक्टर उन्हें दूसरे संस्थान ले जाने की सलाह दे रहे हैं। आरोप है कि मरीजों को प्राथमिक इलाज बगैर ही लौटाया जा रहा है। वहीं, संस्थान चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विक्रम सिंह ने बताया कि सामान्य मरीजों को इलाज दिया जा रहा है। तीमारदारों के आरोप बेबुनियाद हैं।
सिविल से नहीं हटे पॉजिटिव मरीज, दो की मौत
सिविल अस्पताल की 45 बेड की इमरजेंसी में करीब 30 से अधिक मरीज पॉजिटिव भर्ती थे। इनमें से दो मरीजों की जान जा चुकी है जबकि तीन से चार मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से अभी तक दो मरीजों को ही कोविड अस्पताल में भेजा जा सका है। यहां अभी भी इमरजेंसी में 24 पॉजिटिव मरीज भर्ती है। ऐसे में सामान्य मरीजों की भर्ती बंद है।