लखनऊ। संगीत नाटक अकादमी गोमतीनगर परिसर में चल रहा लखनऊ पुस्तक मेला साहित्य संस्कृति की अलख जगाने और प्रतिभाओं को मंच देने के संग लोगों को कई मामलों में जागरूक भी कर रहा है। मेला मंच पर आज सुरतरंग में युवा प्रतिभाओं के सुर गूंजे तो देर रात तक मुशायरा चलता रहा। कल के आयोजनों में कथाकथन विशिष्ट होगा।
पुस्तक मेले में विभिन्न प्रकाशकों के संग सरकारी विभागों के भी कई स्टाल हैं। लोगों को जागरूक करने की दृष्टि से यहां पेट्रालियम संरक्षण अनुसंधान संघ पीसीआरए का स्टाल है। यहां आगंतुकों को ईंधन बचत और संरक्षण के गुर बताए जा रहे हैं। रिजर्व बैंक के स्टाल पर लोगों को असली-नकली नोटों की पहचान के लिए जागरूक किया जा रहा है तो वित्तीय साक्षरता और केवाईसी प्रक्रिया से भी अवगत कराया जा रहा है। सेंटर फार साइंस एण्ड इन्वायर्नमेण्ट के स्टाल की सामग्री हमें पर्यावरण सहित अनेक मुद्दों के प्रति आगाह कर रही है। उ.प्र.हिन्दी संस्थान के स्टाल पर अनेक विवेचनात्मक ग्रंथों के बीच त्रिलोचन शास्त्री, रामावतार त्यागी व लक्ष्मीशंकर मिश्र निशंक के व्यक्तित्व-कृतित्व पर नई पुस्तकें भी यहां हैं। प्रकाशन विभाग के स्टाल पर साहित्य-बाल साहित्य, संस्कृति और इतिहास की प्रामाणिक पुस्तकों के संग भारतीय चुनावों से 101 कहानियां, बच्चों के लिए कई भाषाओं व चार खण्डों में प्रकाशित स्वच्छ जंगल की कहानी और तेनालीराम और राजगुरु जैसी नई पुस्तकंे हैं। आकाशवाणी के स्टाल पर बिस्मिल्ला खां, बिरजू महाराज, गंगूबाई हंगल, उस्ताद अलाउद्दीन खां, डीवी पलुस्कर, पं.भीमसेन जोशी, बेगम अख्तर के संग रामचरित मानस की सीडी-डीवीडी 20 परसेण्ट छूट पर हैं।
‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ थीम पर चल रहे लखनऊ पुस्तक मेले में कार्यक्रमों का प्रारम्भ कवितालोक सृजन संस्थान के डा.सूर्यप्रसाद दीक्षित की अध्यक्षता में चले कार्यक्रम में ओम नीरव के लक्षण ग्रन्थ गीतिका दर्पण और प्रबंध काव्य धुन्ध का लोकार्पण हुआ। अभय सिंह निर्भीक के संचालन में यहां मधुकर अस्थाना, रामदेव लाल विभोर, नरेन्द्र भूषण, डा.अनिल मिश्र, शीला पाण्डेय, डा.अजय प्रसून, सुरेशप्रकाश शुक्ल, सुनील त्रिपाठी, उमाकान्त पाण्डेय व सोनी मिश्रा आदि ने विचार रखे। दोनों रचनाओं के अंशों का पाठ हुआ, साथ ही यहां रचनाकारों को सम्मानित भी किया गया। प्रारम्भ में वाणी वंदना मंजुल मंजर ने और स्वागत गीत रंजना दीवान ने प्रस्तुत किया।
आज डेटा एण्ड आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस पर चली परिचर्चा में बृजेश यादव, प्रदीप सोनकर, अभिषेक और आई केयर इ.िडया के मिशन लीडर अनूप गुप्ता ने भाग लिया। अंकुरम शिक्षा महोत्सव के तहत आज जितेश के मंच संचालन में मंच पर सरकारी प्राथमिक विद्यालय के बच्चों अंकिता बाजपेयी, राजन, हर्षित श्रीवास्तव, मंजरी
जायसवाल, खुशी सिंह ने नृत्य प्रस्तुतियां दीं। माणिक ने कविताएं सुनाईं। इसके साथ ही ओपेन माइक सेशन मंे भी बच्चों-युवाओं को प्रतिभा दिखाने का मौका मिला। आमिर फैजल के संचालन में चले मुशायरे में देर रात तक कलाम गूंजते रहे।
सुरतरंग में माधव, आयुष, शौर्य, हर्षिता, वर्तिका पहले तीन स्थानों पर
पहली बार संगीत नाटक अकादमी परिसर में चल रहे पुस्तक मेले में आकाशवाणी लखनऊ एफएम रेनबो की ओर से नवयुवा गायकों की सुरतरंग प्रतियोगिता का फाइनल राउण्ड सुष्मित त्रिपाठी और वनिता शर्मा की एंकरिंग में चला। प्रतियोगिता में माधव प्रथम, आयुष राज व शौर्य अमित द्वितीय और हर्षिता व वर्तिका तृतीय रहे। इसके अतिरिक्त रिद्धिमा मेहरोत्रा, स्मृति धवन, अंशुमान, दीपक सिंह, मृत्युंजय, आद्या व अवि को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया।
प्रतियोगिता के लिए शहर के लगभग डेढ़ सौ प्रविष्टियों में उनकी भेजी आडियो रिकार्डिंग के आधार पर 14 से 18 वर्ष उम्र की 30 उभरती गायन प्रतिभाओं को मंच प्रदान किया गया। चयन में शास्त्रीय, सुगम, लोक व फिल्म संगीत विधाओं के समावेश का ध्यान रख गया। इस अवसर पर केन्द्र निदेशक पृथ्वीराज चैहान ने पुस्तक मेला संयोजक मनोज सिंह चंदेल का सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विजेताओं को तो एफएम रेनबो में गाने का अवसर मिलेगा ही, साथ ही जो विजेता नहीं भी बनते अगर गायकी में मेहनत करके हमसे सम्पर्क करते हैं तो उन्हें भी अवसर प्रदान करेंगे। पहली प्रतिभागी वर्तिका ने यहां- दो लफ्जों की है ये कहानी…. से प्रतियोगिता की शुरुआत की। इसके बाद अंजलि ने- ओ री चिरैया…. गीत गाया। अवि श्रीवास्तव ने विदाई गीत- हरे-हरे बांस कटाओ मेरे बाबुल….गीत गाया। सारा श्रीवास्तव ने गजल- आज जाने की जिद न करो…. पेश की तो श्रुति तिवारी ने- कभी-कभी तेरी पलकों पे….गीत गाया। इसी क्रम में शौर्य ने- मौला मेरे मौला… कलाम सुनाया। इसके अलावा सृष्टि, दीपक सिंह, मृत्युंजय, श्रेया, आद्या, राजहंस, अंशुमान, आदि ने अपनी पसंद के गीत सुनाए। वाद्यों पर गोपाल गोस्वामी, कृष्णस्परूप, विजस सैनी और सुभाष शर्मा ने प्रतिभागियों का सुंदर साथ निभाया। निर्णायकों का दायित्व अर्चना प्रकाश, गजाला और संगीता ने निभाया। प्रारम्भिक संचालन बिंदु जैन ने किया। इस अवसर पर आकाशवाणी के अधिकारी प्रतुल जोशी, केबी त्रिवेदी, स्पर्शिता श्रीवास्तव आदि के संग बड़ी तादाद में युवा और संगीत प्रेमी उपस्थित थे।