अमीनाबाद कोतवाली में जीएसटी हड़पने के लिए फर्जी फर्म बनाकर करोड़ों रुपये की खरीदारी करने का मामला सामने आया है। वाणिज्य कर के सहायक आयुक्त कुमार अंकित ने फर्जी फर्म बनाने वाले आलोक जायसवाल के खिलाफ धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई है। इंस्पेक्टर का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।
इंस्पेक्टर ने बताया कि फर्जी फर्म बनाने के आरोपी आलोक जायसवाल मूलरूप से गोंडा के बड़गांव स्थित बुद्धा डेवर गांव में रहते हैं और तेल, मूंगफली व मेंथा ऑयल समेत अन्य सामान की खरीद-फरोख्त करते हैं। यहां अमीनाबाद की इंदिरा मार्केट में मेसर्स आदित्य इंटरप्राइजेज नाम से उनकी फर्म है। वाणिज्य कर की विशेष अनुसंधान शाखा के सहायक आयुक्त कुमार अंकित ने बताया कि आलोक ने बीते वर्ष एक फर्जी फर्म बनाकर 16 करोड़ रुपये का मेंथा ऑयल, तेल व मूंगफली की खरीद-फरोख्त की थी। यह खरीदारी सितंबर 2019 में हुई थी।
जांच के दौरान पता चला कि उक्त फर्म ने खरीदारी के एवज में जीएसटी का भुगतान नहीं किया। छानबीन में खुलासा हुआ कि जिस फर्म के माध्यम से खरीदारी की गई थी, वह फर्जी है। आलोक जायसवाल ने सिर्फ जीएसटी से बचने के लिए फर्जी नाम-पते से एक फर्म का ऑनलाइन पंजीकरण कराया था। सहायक आयुक्त के मुताबिक, आलोक जायसवाल ने 16 करोड़ रुपये की खरीद-फरोख्त का ई-पे बिल का भुगतान न करके करवंचना की है।