कोलोंबो में आयोजित वर्ल्ड आइकॉन अवार्ड में डॉ समीर त्रिपाठी (चेयरमैन मेधज टेक्नो कांसेप्ट प्राइवेट लिमिटेड ) को ऊर्जा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया| उनकी जगह ये अवॉर्ड रितेश गुप्ता जी ने प्राप्त किया
वर्ल्ड आईकान अवार्ड में श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति माननीय महिंद्रा राजपक्षे सहित शंकर नारायण और बानी नारायण (लंका टूरिज्म के सदस्य) गणमान्यजनों की भी उपस्थिति थी|
वर्ल्ड आईकान अवार्ड 2019 का कार्यक्रम इस बार श्रीलंका की राजधानी कोलंबो के BMICH ऑडिटोरियम में 21 जुलाई को आयोजित किया गया था|
डॉ समीर त्रिपाठी ने 2007 में “मेधज टेक्नो कॉन्सेप्ट प्राइवेट लिमिटेड” कंपनी शुरू करके ग्रामीण विद्युतीकरण में योगदान देने के अपने सपने को पूरा करने के लिए विदेश से शिक्षा प्राप्त करके भारत वापस आने का फैसला किया। मेधज का भारत में अधिक से अधिक गांवों और बस्तियों तक विद्युतीकरण में योगदान रहा है| 28% राज्यों को 100% विद्युतीकरण की अपनी महत्वाकांक्षा को प्राप्त करने के लिए मेधज के 1500+ इंजीनियरों ने विद्युतीकरण के सरकार के प्रयासों का समर्थन करके पिछले 11 वर्षों में लगभग 500,000 गांवों और बस्तियों का सर्वेक्षण में योगदान रहा है |
डॉ समीर त्रिपाठी का मानना है कि भारत आने वाले समय में एक महाशक्ति नहीं बनेगा जब तक कि प्रत्येक भारतीय के पास कुछ ठोस कौशल न हो। डॉ समीर त्रिपाठी की पहल “स्वयं से सृजन” के उद्देश्य से विभिन्न कौशल विकास कार्यक्रम भी चला रही है, जिससे युवाओं को अपने जीवन का समर्थन करने के लिए बेहतर प्लेसमेंट प्राप्त करने में अपने कौशल को पहचानने और विकसित करने में मदद मिलती है।
मैं वर्ल्ड आइकॉन अवार्ड प्राप्त करके बहुत खुश हूं। मेधज के सीएमडी के रूप में मैं इस क्षेत्र के लिए अपनी जिम्मेदारी को समझता हूं क्योंकि जिम्मेदारी का मतलब एबिलिटी टू रेस्पोंड है। मैं विश्वास दिलाता हूं कि राष्ट्र की वृद्धि में योगदान देकर मेधज इस क्षेत्र में इस क्षमता को विकसित करना जारी रखेगा।