लखनऊ की विभूतिखंड पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का खुलासा किया है जिसने हनी ट्रैप के जरिए एक डॉक्टर को अपने जाल में फंसाया और फिर उसे अगवा कर 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी। पुलिस ने गिरोह की एक महिला और एक पुरुष को गिरफ्तार किया है। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।
एसीपी विभूतिखंड स्वतंत्र सिंह के मुताबिक, यह गिरोह किसी को फंसाकर अश्लील फोटो और वीडियो बना लेता था और फिर उसके जरिए ब्लैकमेल करके वसूली करता है। गिरोह में दो युवतियों सहित 5 लोग शामिल हैं जो अधिकारी, डॉक्टर, बड़े कारोबारी व बिल्डर को निशाना बनाते हैं।
एसीपी के मुताबिक, पुलिस ने इस गिरोह के सचिन रावत और निशा को गिरफ्तार किया है। गिरोह पहले तो पैसे वालों को टार्गेट करता था। उनके पीछे लखनऊ से बाहर की लड़कियां लगाई जाती थीं जो सोशल मीडिया जैसे माध्यम से उनको दोस्त बनाती थीं फिर उन्हें अपने अड्डे पर या किसी होटल में मिलने बुलाती थी। जहां गिरोह के लोग दोनों की अश्लील फिल्म रिकॉर्ड करने के लिए कैमरा वगैरह सेट रखते थे।
शराब पिलाकर बनाते हैं वीडियो व फोटो
गिरोह की महिला सदस्य टारगेट को जाल में फंसाने के बाद उसे शराब पिलाते फिर नशे में उसका अश्लील वीडियो व फोटो बना लेते जिसे सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दे कर वसूली करते हैं।
पुलिस इस गैंग तक एक बड़े डेंटल डॉक्टर के द्वारा दर्ज कराए गए केस से पहुंची। डॉक्टर ने बंधक बनाकर तीस लाख रुपए लूटने का केस दर्ज कराया था लेकिन जब जांच हुई तो हनी ट्रैप का मामला सामने आया।