केन्द्र सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए जारी किये गये बजट ने मध्यवर्ग से लेकर गरीबों, नौजवानों और किसानों सभी को निराश किया है।
उक्त बयान देते हुए लखनऊ महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मुकेश सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते अपनी रोजी-रोटी की जंग लड़ रहे मध्यम एवं निम्न वर्ग के लोगों को इस बजट से काफी आशा थी परन्तु वर्तमान बजट में देश की संपत्तियों को बेंचने पर ही सारा जोर है न कि लुट रही दौलत को बचाने पर। डीजल पेट्रोल पर भारी भरकम सेस के चलते मंहगाई और भी बढ़ेगी।
श्री चौहान ने कहा कि नयी योजनाओं के ऐलान में विजन की कमी साफ दिखती है। बैंकों और एलआईसी को निजी क्षेत्र के हवाले कर देना घातक कदम होगा। नौजवानों को कैसे रोजगार मिलेगा इस पर बजट में कोई बात नहीं कही गयी है। उन्होंने कहा कि राजकोषीय घाटे को कम करने के लिए कोई ठोस उपाय करने के बजाय सारा जोर कर्ज के सहारे देश को चलाने पर रखा गया है।