सामान्य रफ्तार से चल रहा मानसून सात वर्षों के बाद इस बार तय समय पर उत्तर प्रदेश में दस्तक दे रहा है। मंगलवार शाम को इसकी नार्दन लिमिट फतेहपुर और बहराइच से गुजर रही थी। उधर, बादलों की आवाजाही के बीच में उमस भरी गर्मी ने बेहाल किया।
अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 36.8 डिग्री रहा। न्यूनतम पारा 26.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शाम को हवा के झोंकों ने राहत का अहसास कराया। बुधवार को कुछ इलाकों में छिटपुट बूंदाबांदी हो सकती है।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्त ने बताया कि मानसूनी करंट फिलहाल कमजोर है। हालांकि, सामान्य रफ्तार जारी रही तो 24 से 72 घंटों में यह लखनऊ समेत यूपी के कई हिस्सों को कवर कर सकता है।
वर्ष 2013 में प्रदेश में मानसून 15 जून को आया तो लखनऊ में अगले दिन पहुंच गया। वर्ष 2014 में मानसून 19 जून को यूपी पहुंचा, लेकिन फिर ऐसा ठिठका कि एक जुलाई को ही लखनऊ पहुंचा। वर्ष 2015 में मानसून 23 जून को आया, जबकि लखनऊ पहुंचने की तारीख 25 जून रही।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में बुधवार को गरज-चमक के साथ 30 से 40 किमी की रफ्तार से आंधी चल सकती है। पश्चिमी उप्र के कुछ इलाकों में बारिश हो सकती है। पूर्वी प्रदेश के कई इलाकों में मंगलवार को रुक-रुक कर बारिश का दौर रहा।