एसटीएफ के एएसपी अनिल सिंह सिसोदिया की टीम ने मंगलवार को बड़े जालसाज मो. शरीफ को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए जालसाज पर लखनऊ पुलिस ने 40 हजार का इनाम घोषित किया था। वहीं उसने निवेश के नाम पर शाइन सिटी, हेलो राइड, इनफिनिटी वर्ल्ड इंफ्रा वेंचर्स, वास्तुम इंफ्रा लैंड इंडिया में अच्छे पदों पर काम करता था। वर्तमान में उसने खुद की ड्रीम ग्रुप नाम से कंपनी बना ली थी जिसका वह खुद प्रेसीडेंट था।
एसटीएफ एएसपी अनिल सिंह सिसोदिया के मुताबिक, पकड़ा गया जालसाज कानपुर के ग्वालटोली का रहने वाला मो. शरीफ है। एसटीएफ की टीम ने उसे ट्रांसपोर्टनगर के मेट्रो स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया है। उसके पास से दो मोबाइल, एक आधार कार्ड, पैनकार्ड, निर्वाचन कार्ड, दो एटीएम, तीन चेक, 7 सिमकार्ड और नकदी बरामद हुए हैं। शरीफ मल्टीलेवल मार्केटिंग कंपनी बनाकर लोगों से निवेश कराता था जिसके नाम पर अरबों रुपये हड़पने वाली कंपनियों में संगठित गिरोह में सक्रिय था। आरोपी पर 60 करोड़ रुपये की ठगी का आरोप है।
15 प्रतिशत कमीशन पर कराते थे एजेंट से निवेश
शरीफ ने पूछताछ में बताया कि शाइन सिटी में वह 2015 में टीम लीडर पर तैनात था। वहीं 2017 में ड्रीम ग्रुप के नाम से खुद की कंपनी रजिस्टर्ड कराई। साथ ही में अभय कुशवाहा की इनफिनिटी वर्ल्ड इंफ्रावेंचर लि. में भी निवेश कराता था। अभय कुशवाहा के हेलो राइड में बाइक टैक्सी चलाने केनाम पर 61000 रुपये निवेश कराता था। बदले में 9582 रुपये एक साल तक देने का वादा करते थे। कंपनी में निवेश कराने के लिए सात टीमें बनाई गई थी। इन टीमों 150 लोग काम करते थे। इन्हीं सात टीमों में ड्रीम ग्रुप में भी काम किया था।
राशिद नसीम और अभय कुशवाहा के शहर छोड़ने के बाद वास्तुम इंफ्रालैंड इंडिया में कम समय में दो गुना रकम करने का लालच देकर लोगों से निवेश कराया। कई केस दर्ज होने के बाद वह कानपुर, दिल्ली, मनाली और हिमांचल प्रदेश में रहने लगा। एसटीएफ के मुताबिक शरीफ के खिलाफ विभूतिखंड थाने में कई मुकदमे दर्ज हैं।