कटड़ा। वैष्णो देवी जाने वाले भक्तों को वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने बड़ा तोहफा दिया है। अब यहां भक्तों के लिए नया मार्ग खुल गया है। जिससे उनकी यात्रा बेहद आसान और सुरक्षित होगी। रविवार को माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने आने वाले श्रद्धालुओं कटड़ा-अर्द्धकुंवारी के बीच हाल ही में बनाए गए नए ताराकोट मार्ग पर आवाजाही को बहाल कर दिया है। हालांकि इस ट्रैक का औपचारिक उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने जम्मू-कश्मीर के दौरे (19 मई) के दौरान किया जाएगा, लेकिन इस मार्ग के प्रति श्रद्धालुओं से सुझाव लेने के लिए बोर्ड प्रशासन द्वारा इस ट्रैक पर श्रद्धालुओं की आवाजाही को बहाल कर दिया गया है।
इस बारे में जानकारी देते हुए अंशुल गर्ग ने कहा कि इस वैकल्पिक मार्ग पर घोड़े और खच्चरों के चलने पर पूरी तरह से रोक रहेगी और श्रद्धालु प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद उठाते हुए अपनी यात्रा कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि नए मार्ग को आधुनिक सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है, ताकि यात्रियों को यात्रा करते समय किसी प्रकार की परेशानी से न जूझना पड़े।
इस मार्ग पर श्रद्धालुओं की आवाजाही बहाल करने से पहले श्राइन बोर्ड द्वारा विधिवत तरीके से पूजा-अर्चना एवं हवन का आयोजन किया गया, जिसमें श्राइन बोर्ड के एडीशनल सी.ई.ओ. अंशुल गर्ग, डिप्टी सी.ई.ओ. अमित बरमानी, डिप्टी सी.ई.ओ. दीपक दूबे विशेष रूप से उपस्थित रहे। पूजा अर्चना एवं हवन के उपरांत एडीशनल सी.ई.ओ. अंशुल गर्ग द्वारा इस मार्ग का उद्घाटन करते हुए श्रद्धालुओं की आवाजाही को बहाल किया गया।
जानकारी के अनुसार कटड़ा-अर्द्धकुंवारी के बीच बना यह नया मार्ग करीब 7 किलोमीटर लंबा है, जिससे यात्रियों की सुरक्षा का हरसंभव ख्याल रखते हुए बनाया गया है। इस पूरे ट्रैक को फैब्रिकेटेड शीट्स से ढका गया है, ताकि यात्री बारिश से ही नहीं, बल्कि पहाड़ी से गिरने वाले पत्थरों से भी बच सकें। इस ट्रैक पर 1 डिस्पैंसरी, 4 व्यू प्वाइंट, 4 ईटिंग प्वाइंट, 2 भोजनालय, 7 शौचालय वफ्फलोटिंग फाऊंटेन भी हैं, जिनका नजारा उठाते हुए श्रद्धालु यात्रा कर कटड़ा से अर्द्धकुंवारी का सफर तय कर सकते हैं। वहीं, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पूरे ट्रैक पर एंटी स्किड टाइल्स भी लगाई गई हैं, ताकि यात्रा के दौरान फिसलन आदि की परेशानी से श्रद्धालुओं को जूझना न पड़े।