महिला कल्याण मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी ने किया अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव के पाँचवे दिन का उद्घाटन, अभिनेता श्री अनूप सोनी, अभिनेत्री सुश्री स्मिता मोहला, फिल्म निर्देशक श्री सुहैल तातारी ने बढ़ाई समारोह की रौनक

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94 देशों की शिक्षात्मक बाल फिल्मों का
आनंद उठाने जुटा बच्चों का रेला

लखनऊ, 9 अप्रैल। सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में चल रहे अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव में 94 देशों की शिक्षात्मक फिल्मों का आनन्द उठाने हजारों की संख्या में पधारे छात्रों, शिक्षकों व अभिभावकों की गहमा-गहमी व चहल-पहल से बाल फिल्मोत्सव का पाँचवा दिन आज उल्लास व उमंग से सराबोर रहा। सी.एम.एस. कानपुर रोड के सम्पूर्ण परिसर में जहाँ-तहाँ छात्रों के झुण्ड इन्हीं मनोरंजक व शिक्षात्मक फिल्मों की चर्चा करते नजर आये। अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव में जहाँ लखनऊ व आसपास के क्षेत्रों से पधारे छात्रों ने शिक्षात्मक बाल फिल्मों का आनन्द उठाया तो वहीं दूसरी ओर अभिभावकों व शिक्षकों ने बच्चों के चरित्र निर्माण की इस अनूठी पहल की भरपूर सराहना की। विदित हो कि सिटी मोन्टेसरी स्कूल के फिल्म्स डिवीजन द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव
(आई.सी.एफ.एफ.-2018) का आयोजन 5 से 13 अप्रैल तक सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में किया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत 94 देशों की बेहतरीन शैक्षिक बाल फिल्में निःशुल्क प्रदर्शित की जा रही हैं।
अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव के पाँचवे दिन आज मुख्य अतिथि के रूप में पधारी प्रदेश की महिला कल्याण मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी ने दीप प्रज्वलित कर बाल फिल्मोत्सव का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में श्रीमती जोशी ने कहा कि मनोरंजन के माध्यम से छात्रों को जीवन मूल्यों की शिक्षा देने का सी.एम.एस. का यह तरीका अत्यन्त प्रशंसनीय है। मैं सी.एम.एस. के संस्थापक डा. जगदीश गाँधी व डा. भारती गाँधी को साधुवाद देना चाहती हूँ जिनके मार्गदर्शन में यहाँ दुनिया भर की अच्छी बाल फिल्मों का निःशुल्क प्रदर्शन किया जा रहा है। श्रीमती जोशी ने आगे कहा कि किताबी ज्ञान के साथ-साथ बच्चों को व्यावहारिक, सामाजिक व नैतिक ज्ञान देना भी बहुत जरूरी है, साथ ही उनके आत्मबल को भी मजबूती देना जरूरी है।
बाल फिल्मोत्सव में आज प्रख्यात फिल्म एवं टीवी कलाकार श्री अनूप सोनी एवं सुश्री स्मिता मोहला एवं फिल्म निर्देशक श्री सुहैल तातारी की उपस्थिति ने नया रंग भर दिया तो वहीं दूसरी ओर लखनऊ के विभिन्न विद्यालयों से पधारे 10,000 से अधिक छात्रों ने आयोजन की सार्थकता सिद्ध कर दी। फिल्म जगत की इन प्रख्यात हस्तियों ने बच्चों में उत्साह का संचार करते हुए अच्छ आदतें अपनाने पर जोर दिया, साथ ही हल्के-फुल्के मनोरंजक अंदाज में बच्चों से ठहाके भी लगवाये और तालियां भी बजवाई।
अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव के अन्तर्गत सी.एम.एस. कानपुर रोड के विभिन्न मिनी थियटरों में आज देश-विदेश की विभिन्न बेहतरीन शैक्षिक फिल्में दिखाई गई जिनमें महताब, न्यू चैम्पियन, मार्गदर्शक, मिस्टर नाइट हेज ए डे, साइलेन्ट ड्यूटी, चिल्ड्रेन आॅफ द वेदर, नौकरी या व्यवसाय, सीक्रेट आॅफ बटरफ्लाईज, ए लेटर टु गाॅड, क्या देखें हम, हैप्पी हैलोवीन, माँ, अंगुलिमाल, द एडवाइजर्स आॅफ किंग आदि प्रमुख थी। शैक्षिक फिल्मों का आनन्द उठाने पधारे विभिन्न विद्यालयों के छात्रों में सेंट फ्रान्सिस कालेज, रेनबो स्कूल, आल सेंट्स कालेज, ज्यूपिटर एकेडमी, सेक्रेड हर्ट सीनियर सेकेण्डरी स्कूल, न्यू बाल भारती स्कूल, लाल बाग गल्र्स इण्टर कालेज, बी.एन. लाल वोकेशनल इण्टर कालेज, जनता इण्टर कालेज आदि शामिल हैं।
बाल फिल्मोत्सव के अन्तर्गत आज अपरान्हः सत्र में सी.एम.एस. कानपुर रोड पर आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में फिल्म एवं टीवी कलाकार श्री अनूप सोनी, सुश्री स्मिता मोहला एवं फिल्म निर्देशक श्री सुहैल तातारी ने एक स्वर से कहा कि इस फिल्म महोत्सव में सरल, सीधी, स्वस्थ मनोरंजक व शिक्षात्मक फिल्में बच्चों को देखने को मिल रही हैं, जिसका छात्रों पर सकारात्मक प्रभाव अवश्य पड़ेगा और उनके मन-मस्तिष्क में रचनात्मक व सृजनात्मक विचार आयेंगे। फिल्म जगत की इन हस्तियों का कहना था कि बाल फिल्मों का ऐसा महोत्सव अपने आप में एक यादगार है।
इस अवसर पर उपस्थित प्रख्यात शिक्षाविद् व सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि इस फिल्म फेस्टिवल को लखनऊ के छात्रों, युवाओं, शिक्षकों व अभिभावकों का अभूतपूर्व समर्थन व अपार सहयोग मिला है जिसके लिए मैं लखनऊ की जनता का हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ। फिल्में बच्चों को एक अच्छा या बुरा मानव बनाने की क्षमता रखती हैं क्योंकि बच्चों के कोमल मस्तिष्क पर फिल्म जैसे सशक्त माध्यम का बड़ा ही गहरा प्रभाव पड़ता है। डा. गाँधी ने कहा कि आजकल सिनेमा के नाम पर बच्चों को दूषित सामग्री दिखाई जा रही है, इसको रोकने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि अच्छी, साफ-सुथरी व गुणों से युक्त फिल्में खासतौर से बच्चों के लिए बनाई जाएं।
आई.सी.एफ.एफ.-2018 के फेस्टिवल डायरेक्टर श्री कुरियन ने कहा कि सी.एम.एस. का यह सारा प्रयोजन मानवता को विकास के पथ पर ले जाने का अभूतपूर्व प्रयास है। श्री कुरियन ने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव (आई.सी.एफ.एफ.-2018) के छठें दिन का उद्घाटन कल 10 अप्रैल, मंगलवार को प्रातः 9.00 बजे सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में होगा। श्रम एवं रोजगार मंत्री श्री स्वामी प्रसाद मौर्य इस अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे जबकि गायक श्री अभिजीत घोषाल बच्चों के उत्साहवर्धन हेतु उपस्थित रहेंगे।

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