लखनऊ 6 अगस्त, 2022: स्तनपान सप्ताह के अवसर पर मेदांता लखनऊ ने नए माता-पिता को स्तनपान के लाभों के बारे में जागरूक करने के लिए “एहसास” कार्यक्रम का आयोजन किया। इसी क्रम में अंताक्षरी, ओपन माइक सेशन और हेल्थ टॉक भी आयोजित हुई। कार्यक्रम में माता-पिता को विशेषज्ञों से माँ और बच्चे के स्वास्थ्य के बारे में प्रश्न पूछने के लिए आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम की शुरूआत मेदांता अस्पताल लखनऊ के निदेशक डॉ राकेश कपूर ने की।
सीनियर कंसल्टेंट एवं न्यूनेटोलॉजिस्ट विभाग के अध्यक्ष आकाश पंडिता ने कहा, “कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नए माता-पिता और उनके परिवारों के बीच स्तनपान के लाभों के बारे में जागरूकता फैलाना है। हमने हाल ही के वर्षों में स्तनपान और स्तनपान कराने वाली माताओं की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी है, जिसका शिशु मृत्यु दर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। यूनिसेफ के आंकड़ों के मुताबिक जिन शिशुओं को केवल स्तनपान कराया जाता है, उनकी मृत्यु की संभावना उन शिशुओं की तुलना में 14 गुना कम होती है, जिन्हें स्तनपान नहीं कराया जाता है। इस कार्यक्रम के माध्यम से हमने माताओं को स्तनपान कराने और मां का दूध दान करने के लिए प्रेरित किया।
प्रसूति एवं स्त्री रोग, भ्रूण चिकित्सा, प्रजनन चिकित्सा और स्त्री रोग ऑन्कोलॉजी की निदेशक डॉ नीलम विनय ने कहा, “माँ का दूध शिशु को संक्रमण से लड़ने में मदद करता है क्योंकि इसमें एंटीबॉडी होते हैं जो बच्चे को गैस्ट्रोएंटेराइटिस, सर्दी और छाती व कान के संक्रमण से बचाते हैं। इसलिए हम नई माताओं को अपने बच्चों को स्तनपान कराने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।”
ओपन माइक सत्र में सीनियर कंसल्टेंट, बाल रोग और किशोर चिकित्सा डॉ विजया मोहन और सीनियर कंसल्टेंट, मानसिक स्वास्थ्य डॉ शांतनु भारती ने दर्शकों के सवालों को संबोधित किया और स्तनपान के बारे में मिथकों को दूर किया।