लखनऊ। सीएम योगी के कर्नाटक दौरे को लेकर छिड़ी जंग सोशल मीडिया पर जोर पकड़ती जा रही है। भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार को कहा कि अखिलेश यादव भले ही समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए हों लेकिन उनमें लड़कपन अभी भी पूरी तरह हावी है। पिछली सपा सरकार के मुख्यमंत्री के तौर पर किसी कार्यक्रम में मौजूद रहने के दौरान श्री यादव सरकारी कामकाज पर ध्यान देने की बजाय अपने मोबाइल पर व्यस्त रहते थे। सरकारी कामकाज में ध्यान न देने पर जनता ने विधानसभा चुनाव में श्री यादव की पार्टी को बुरी हार देकर सजा दी है।
प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि बावजूद इसके श्री यादव गंभीर राजनीति करने की बजाय दिनभर सोशल मीडिया पर अनाप-शनाप पोस्ट करते रहते हैं।सरकार जाने के बाद खाली हो चुके अखिलेश यादव अब अपना पूरा समय मोबाइल से खेलने में ही दे रहे हैं। इन्हीं कुछ कारणों से बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्षा मायावती ने अखिलेश यादव में अनुभव की कमी की बात कही है। अपना लड़कपन दिखाते हुए श्री यादव ने ट्वीट के जरिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कर्नाटक का चुनाव प्रचार छोड़कर यूपी आने और कर्नाटक में ही मठ बनाने की बचकानी बात कही है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि श्री यादव नादानी में यह समझ रहे हैं कि जिस तरह से यूपी में उन्होंने अपनी पार्टी की सरकार चलाई थी उसी तरह मुख्यमंत्री योगी आदित्नाथ भी सरकार चला रहे हैं। यूपी में योगी आदित्यनाथ जी अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ एक टीम बनाकर प्रदेश के विकास के लिए काम कर रहे हैं। सूबे में दैवी आपदा की विभीषिका आते ही मुख्यमंत्री जी ने फौरन प्रभावित जिलों में अधिकारियों को राहत पहुंचाने का आदेश दिया। इस विपदा की घड़ी में भाजपा सरकार ने जिस तत्परता से प्रभावित नागरिकों को मदद पहुंचाई है वह अभूतपूर्व है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि मुख्यमंत्री जी भले ही कर्नाटक प्रवास कर रहे हों लेकिन वह पीड़ितों को राहत पहुंचाने की कार्य की लगातार मॉनीटरिंग भी कर रहे हैं। माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी सरकार और पार्टी से जुड़ी जिम्मेदारियों के बीच सांमजस्य बिठाकर दिन-रात जनता के उत्थान के लिए कार्य कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर सपा सरकार में हुए मुजफ्फरनगर दंगे के दौरान श्री अखिलेश यादव सैफई में नाच-गाना देखने में व्यस्त थे। श्री अखिलेश यादव तो पूरी आरामतलबी के साथ अपने सरकारी आवास में ही समय बिताया करते थे। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में कामकाज की एक सख्त संस्कृति पैदा की है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं नियमित अपने सरकारी दफ्तर में बैठकर कामकाज संपादित करते हैं। इसी मेहनत का परिणाम भी अब सामने है जब यूपी अब दूसरे प्रदेशों को पीछे विकास के नए प्रतिमान गढ़ रहा है। इससे विपक्षी नेता बौखला गए हैं और हताशा में इधर-उधर की बातें कर रहे हैं।