लखनऊ, सितम्बर। सत्रहवां राष्ट्रीय पुस्तक मेला आज से राणाप्रताप मार्ग मोतीमहल वाटिका लान में प्रारम्भ हो गया। आज उद््घाटित हुआ यह मेला 29 सितम्बर तक चलेगा। दि फेडरेशन आॅफ पब्लिशर्स एण्ड बुकसेलर्स एसोसिएशन्स इन इण्डिया, नई दिल्ली के सहयोग से के.टी.फाउण्डेशन व फोर्सवन द्वारा संयोजित महात्मा गांधी की 150वीं जयंती की थीम पर आधारित इस मेले में प्रवेश निःशुल्क है। यहां हर किताब पर न्यूनतम 10 फीसदी छूट मिलेगी।
मेले का उद्घाटन एडवोकेट रामजी दास, संरक्षक मुरलीधर आहूजा, भाजपा नेता भारत दीक्षित व प्रदेष ओलम्पिक संघ के उपाध्यक्ष टीपी हवेलिया ने मिलकर किया। एडवोकेट रामजी दास ने पुस्तकों को बहुमूल्य बताते हुए कहा कि अगर हम पुस्तकों को अपना गाइड बना लें तो वह जीवन भर आपका साथ निभाती रहेंगी। भारत दीक्षित ने कहा कि किताबें हमें जीने की राह सुझाती हैं। पुस्तक कोई भी हो उसमें किसी न किसी तरह का संदेष हमेषा छुपा रहता है। बिन्दु जैन के संचालन में चले उद्घाटन समारोह में संयोजक मनोज सिंह चंदेल ने बताया कि लखनवी संस्कृति का अंग बन चुके इस मेले में हर साल बहुत कुछ नया होता है। इस बार से मेले में किसी एक राज्य को अतिथि राज्य के तौर पर शामिल करने की शुरुआत की गई है। इस बार गुजरात को अतिथि राज्य का दर्जा मिला है। वहां के पर्यटन विभाग व अहमदाबाद के स्टाल सजे हैं। आकर्ष चंदेल ने आभार व्यक्त किया तो इससे पहले अतिथियों को स्वागत आकर्षण जैन ने किया।
मेले में आज के खुले मौसम में एक ओर जहां स्टाल सज रहे थे, वहीें दोपहर बाद से ही पुस्तक प्रेमियों का आना और मनपसंद किताबों की खरीदारी करना प्रारम्भ हो गया था। मेले के मुख्य आकर्षण के तौर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर लिखी अपूर्व षाह की किताब की आदमकद प्रतिकृति लोगों को खूब भा रही है। यह किताब सेल्फी प्वाइंट बन गई है। मेले में इसी आकार में छोटी पुस्तक लोग खरीद भी सकते हैं। मेले के मुख्य आयोजनों में उ.प्र. ओलम्पिक संघ के महासचिव आनन्देश्वर पाण्डेय को 28 सितम्बर को प्रदेश गौरव सम्मान से नवाजा जायेगा वहीं आई कैम्प भी यहां लगाया गया है।
देष के प्रमुख प्रतिष्ठित पुस्तक मेलों में शुमार 17 वर्षों से बराबर आयोजित इस पुस्तक मेले में राजपाल, सामयिक, लोकभारती, प्रभात, राजकमल, किताबघर, सम्यक, केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय, गौतम बुक्स, इण्डियन सोशल इंस्टीट्यूट, प्रकाशन संस्थान, साहित्य भण्डार इलाहाबाद, रामकृष्ण मिशन, उ.प्र.उर्दू अकादमी, गुडवर्ड, चिन्मय मिषन, वैदिक साहित्य, ओशो, एजूकेषनल एण्ड साइन्टिफिक ऐड्स, गायत्री ज्ञान मंदिर, स्काॅलर्स हब, गिडियाॅन्स, तिरुमाला साफ्टवेयर आदि के स्टाल तो होंगे ही, साथ ही निखिल पब्लिशर्स, स्टारडम, काउंसिल फार प्रमोशन आफ सिंधी लैंग्वेज व उर्दू लैंग्वेज, रोशनी पब्लिशिंग, बुक कैफे, वर्ड स्मिथ जैसे कई नये संस्थान शामिल हैं। यहां स्थानीय लेखकों के लिए अलग से निःशुल्क स्टाल की व्यवस्था है, जहां के अपनी पुस्तकें प्रदर्शन व बिक्री के लिए रखवा सकेंगे। यहां गांधी बाल एवं युवा मंच पर बच्चों को जहां प्रतिभा प्रदर्शन का मौका मिलेगा वहीं, 22 को किरन फाउण्डेशन के सौजन्य से ड्राइंग प्रतियोगिता से पहले 21 से ज्वाइन हैण्ड्स फाउण्डेशन व लोक आंगन के सौजन्य से लोकनृत्यों का प्रशिक्षण भी नित्य दिया जायेगा। ओरियण्ट लैंग्वेज लैब के संयोजन में 21 से 29 तक उर्दू और 28 व 29 सितम्बर को गुजराती की कक्षाएं चलेंगी।
आज के कार्यक्रम 21 सितम्बर 2019
पूर्वाह्न 11.00 बजे सम्मान समारोह व कवि सम्मेलन- अ.भा. साहित्य उत्थान परिषद
अपराह्न 3.30 बजे लोकार्पण- अलका अस्थाना की कृति ‘सपनों सी ये धूप’
शाम 5.00 बजे संगोष्ठी- विषय ‘युवा और रोजगार’
शाम 7.15 बजे उमेश ढल स्मृति काव्यांजलि समारोह- आसमां की छांव में
बाल एवं युवा मंच
शाम 3.30 बजे लोकनृत्य कार्यशाला
शाम 5.30 बजे गायन – स्मृति सिंह दिल्ली
शाम 6.30 बजे लोक चौपाल- लोक संस्कृति शोध संस्थान